कैथल : दुष्यंत चौटाला के खिलाफ सरपंचों का प्रदर्शन, कार्यक्रम स्थल के बाहर लहराए काले झंड
पुलिस ने 70 सरपंचों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ा
कैथल,1 फरवरी
जिलेभर के सरपंचों ने ईट एंड ड्रिंक व राइट टू रिकॉल के विरोध में कैथल पहुंचे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारिय ने उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल के बाहर काले झंडे भी लहराए। पुलिस 70 प्रदर्शनकारी सरपंचों को हिरासत में लिया है। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार को कैथल में जाट शिक्षण संस्थान के वार्षिक उत्सव में भाग लेने पहुंचे थे। इसकी जानकारी के बाद सरपंचों ने दुष्यंत चौटाला का विरोध करने के लिए रणनीति बनाई। सुबह जिलाभर के सरपंच गांव मानस के सरपंच कर्मबीर भाल के नेतृत्व में हनुमान वाटिका में एकत्र हुए और वहां से प्रदर्शन कर नारे लगाते हुए सरपंच करनाल रोड होते हुए जाट शिक्षण संस्थान के बाहर पहुंच गए। सरपंचों ने जाट स्कूल के सामने दुष्यंत चौटाला के खिलाफ काले झंडे लहरा कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसकी सूचना पर पुलिस बल के साथ डीएसपी रविंद्र सांगवान और एसडीएम संजय कुमार मौके पर पहुंचे और सरपंचों को वहां से जबरन हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान सरपंचों की पुलिस से झड़पें हुईं। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 70 सरपंचों को हिरासत में लेकर जबरन उठाकर बसों में भरकर ले गई। बाद में राजौंद जाकर सभी छोड़कर दिया गया। कैथल ब्लॉक के सरपंच एसोसिएशन के प्रधान कर्मबीर मानस ने कहा कि जब तक सरकार ई टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल वापस नहीं लेती सरपंचों का विरोध प्रदर्शन सरकार के खिलाफ जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन ने किया सरपंचों का समर्थन
भाकियू के जिला प्रधान महाबीर चहल और भाकियू के प्रदेश के युवा उप प्रधान नरेंद्र माघो माजरी ने भी सरपंचों का समर्थन किया। भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि अगर सरकार मैं सरपंच के साथ जबरदस्ती की तो भारतीय किसान यूनियन इसका जबरदस्त विरोध करेगी। भाकियू सरपंचों की मांगों का पूरी तरह से समर्थन करती है और उनके साथ है। किसान यूनियन सरपंचों के साथ की जाने वाली किसी भी जाति का खुलकर विरोध करेगी।