लोकतंत्र की हत्या हुई थी आज ही के दिन: शाह
नयी दिल्ली केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपातकाल के दौरान संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले देशवासियों के त्याग और बलिदान को नमन किया है।
शाह ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाये जाने का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा , “ 21 महीनों तक निर्दयी शासन की क्रूर यातनाएं सहते हुए देश के संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले सभी देशवासियों के त्याग व बलिदान को नमन।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा , “ 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी। असंख्य सत्याग्रहियों को रातों रात जेल की कालकोठरी में कैदकर प्रेस पर ताले जड़ दिए। नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया। एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए थोपा गया आपातकाल आजाद भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है। ”