दिल्ली की हवा रोज हो रही खराब, अगले कुछ दिन में सांस लेना हो सकता है ‘मुश्किल’
नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) ने दिल्ली सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. यही नहीं, इस महीने के महज दस दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर संतोषजनक से बढ़कर सामान्य स्थिति में पहुंच गया है. साफ है कि रोजाना वायु गुणवत्ता का स्तर खराब होता जा रहा है. ऐसे में अगले दो-तीन दिनों में इसके ‘खराब’ श्रेणी में आने की संभावना है. वहीं, आज यानी सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) ‘मध्यम’ श्रेणी में है.
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देश की राजधानी में सोमवार को सुबह सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 रहा, जो कि सामान्य है. हालांकि यह अगले कुछ दिन में ‘खराब’ श्रेणी पहुंच सकता है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (CEEW) कार्यक्रम की सहयोगी एलएस कुरिंजी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में दिल्ली की हवा में मौजूद पीएम 2.5 का स्तर बढ़ रहा है. इसकी वजह परिवहन, उद्योगों और बिजली संयंत्रों से उत्सर्जन का बढ़ना है.
हरियाणा और पंजाब की पराली बनी मुसीबत
वैसे पिछले कुछ दिनों में हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने के कारण भी दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ा है. दरअसल, 1 सितंबर से 10 अक्टूबर के बीच पंजाब में 676 और हरियाणा में 193 जगह पराली में आग लगाने की घटनाएं आयी हैं. वहीं, हरियाणा के कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और अंबाला के साथ पंजाब के अमृतसर, तरनतारन और पटियाला में खेतों में आग देखी गयी है.
ये होता है वायु प्रदूषण का पैमाना
बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, तो 201 और 300 के बीच ‘खराब’ माना जाता है. वहीं, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है. देखा जाए तो इस वक्त दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 है, जो कि ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है.
प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार का मेगा प्लान
वहीं, वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों और फ्लाईओवरों पर झाड़ियों, लताओं और किस्म-किस्म के फूलों की मदद से हरियाली को बढ़ाने का फैसला किया है. लोक निर्माण विभाग (PWD) के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, कई चिह्नित सड़कों और फ्लाईओवर के मध्य और किनारे तथा ओवरब्रिज की दीवारों पर मौसमी फूलों के पौधे और झाड़ियां लगाई जाएंगी.