दिल्ली : सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत
नई दिल्ली। पश्चिम दिल्ली के मोती नगर इलाके में शनिवार देर रात एक दर्दनाक हादसे में कार सवार तीन दोस्तों की मौत हो गई जबकि चौथे दोस्त की हालत नाजुक बनी हुई है। देर रात को स्विफ्ट कार में सवार चारों दोस्तों की कार शादीपुर फ्लाईओवर पर पंक्चर खड़े एक ट्रैक्टर की ट्राली में जा घुसी।
ट्राली में लोहे के बड़े-बड़े गाटर लदे हुए थे। अंधेरे और रफ्तर अधिक होने के कारण हादसा हो गया। गाटर कार के अगले हिस्से में अंदर तक घुस गए। मृतकों की शिनाख्त राजेश शर्मा (37), तरुण गुप्ता (42) और चरणदीप सिंह (38) के रूप में हुई है। तीनों ही दिल्ली के पांडव नगर इलाके के रहने वाले थे। हादसे में घायल चौथे दोस्त परवीन सिंह (38) की हालत नाजुक बनी हुई है। उसका निजी अस्पताल में इलाज जारी है। हादसे के समय चारों दोस्त पंजाबी बाग के एक रेस्टोरेंट से खाना खाकर घर लौट रहे थे। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त दीपक पुरोहित ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 1.30 मोती नगर थाने को सूचना मिली कि कीर्ति नगर मेट्रो स्टेशन के ठीक सामने शादीपुर फ्लाईओवर के ऊपर कार और ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर हो गई है। सूचना मिलते ही पीसीआर के अलावा लोकल पुलिस वहां पहुंच गई।
घटना स्थल का नजारा बेहद खौफनाक था। ट्रैक्टर ट्राली का बायीं ओर वाली टायर पंक्चर था। उसमे लदे लोहे के बड़े-बड़े गाटर कार में आगे की ओर से अंदर घुसे हुए थे। चालक सीट पर बैठे राजेश की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। जबकि तरुण और चरणदीप की सांसे चल रहे थीं। तुरंत घायल तरुण, चरणदीप और परवीन को नजदीकी एबीजी अस्पताल मोती नगर ले जाया गया, जहां कुछ ही देर में तरुण व चरणदीप ने भी दम तोड़ दिया। घायल परवीन की हालत देखकर उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया। हादसा इतना जबरदस्त था कि घायलों और मृतक को कार से निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कार के कुछ हिस्से को काटा गया। चरणदीप के पिता कमलजीत सिंह ने बताया कि चारों बचपन के दोस्त थे। शनिवार को झिलमिल में रहने वाला दोस्त परवीन रात 10 बजे उनके घर अपनी कार लेकर पहुंचा था। दोस्तों ने पंजाबी बाग खाना खाने का प्रोग्राम बनाया। जाते समय खुद परवीन कार चला रहा था। आते समय राजेश कार चलाने लगा। चरणदीप नोएडा स्थित एक निजी कंपनी में आईटी डिपोर्टमेंट में था। वहीं राजेश एक निजी कोरियर कंपनी में बेहद ऊंचे पद पर था। इसके अलावा तरुण का अपने घर पर ही कंप्यूटर हार्डवेयर का काम था। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम के बाद तीनों युवकों के शव परिवार के हवाले कर दिए हैं। आरोपी ट्रैक्टर चालक की तलाश की जा रही है।