Delhi Suicide Case:आज होगा पोस्टमार्टम, आखिरी मुलाकात का खुलासा”
Delhi Suicide Case | दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज थाना क्षेत्र के रंगपुरी गांव में एक पिता और उनकी चार बेटियों के आत्महत्या मामले में सोमवार को भी शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
Delhi Suicide Case | वसंत कुंज आत्महत्या मामला: पोस्टमार्टम टला, परिजनों ने बताया आखिरी मुलाकात
Delhi Suicide Case | दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज थाना क्षेत्र के रंगपुरी गांव में एक पिता और उनकी चार बेटियों के आत्महत्या मामले में सोमवार को भी शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। यह घटना स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा सदमा बन गई है, और अब तक मामले के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
पोस्टमार्टम में देरी
मौत के कारणों की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। शनिवार को परिवार का कोई सदस्य शवों के पोस्टमार्टम के लिए नहीं पहुंचा था। हालांकि, सोमवार को स्वजन सफदरजंग अस्पताल पहुंचे, लेकिन प्रशासनिक कारणों के चलते पोस्टमार्टम को मंगलवार तक टाल दिया गया। यह देरी परिजनों के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि वे न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
परिजनों की बातें
हीरालाल के छोटे भाई राजकुमार शर्मा ने बताया कि जब भाभी की मौत हुई थी, तब वह सभी से मिले थे, लेकिन उसके बाद से संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, “हमने उनकी अंतिम स्थिति के बारे में जानने का प्रयास किया, लेकिन कोई संपर्क नहीं हुआ।” वहीं, गाजियाबाद में रहने वाले दूसरे भाई मोहन शर्मा ने कहा कि वे जनवरी में हीरालाल के घर आए थे, लेकिन उसके बाद से कोई बातचीत नहीं हुई।
परिवार ने आत्महत्या के पीछे किसी भी तरह के पूजा-पाठ या धार्मिक क्रिया से इनकार किया है। यह जानकारी इस बात को दर्शाती है कि परिवार ने आत्महत्या के कारणों को किसी बाहरी तत्व से जोड़ने की कोशिश नहीं की। राजकुमार ने स्पष्ट किया कि अंतिम मुलाकात के बाद परिवार में कोई असामान्य स्थिति नहीं थी, जिससे ऐसा कदम उठाने का संकेत मिलता हो।
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सामुदायिक प्रतिक्रिया
यह घटना स्थानीय समुदाय में भी चर्चा का विषय बन गई है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि किस प्रकार से एक परिवार ने इस तरह का कदम उठाया। कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती हैं, जिन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
वसंत कुंज का यह मामला न केवल एक परिवार के लिए एक दुखद घटना है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश है। आत्महत्या के कारणों को समझना और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा करना आवश्यक है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया और उसके परिणाम इस मामले की गंभीरता को उजागर करेंगे, और परिजनों को न्याय दिलाने की दिशा में एक कदम और बढ़ाएंगे। जब तक सच सामने नहीं आता, तब तक परिवार और समुदाय दोनों के लिए यह एक कठिन समय रहेगा।