दिल्ली सरकार ने कार्यलयों में 100 प्रतिशत कर्मचारियों को काम करने की दी मंजूरी
कोरोना महामारी के कारण अभी तक दो गज की दूरी के तहत सरकारी तथा प्राइवेट कार्योलयों में सीमित कर्मचारियों को ही काम करने की अनुमति थी।
अब दिल्ली सरकार ने शुक्रवार देर रात बड़ा फैसला किया. कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के चलते जहां सरकारी व अन्य कार्यालयों में 25 से 50 प्रतिशत स्टाफ काम कर रहा था, वहीं अब सरकार ने 100 प्रतिशत स्टाफ को कार्यालय आने की अनुमति दे दी है।
दिल्ली सरकार का यह आदेश शनिवार से ही लागू होगा. जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार व दिल्ली में मौजूद सभी सरकारी कार्यालय, निकाय, निगम और निजी संस्थानों में ये नियम लागू माना जाएगा।
इससे पहले केजरीवाल सरकार ने कोरोना मामलों में कमी देखते हुए 115 निजी अस्पतालों को कोविड वार्ड और आईसीयू में बिस्तरों को कम करने का आदेश जारी किया था. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 340 नए मामले मिले हैं।
इसके साथ ही गुरुवार को 390 मरीजों ने संक्रमण से रिकवरी कर ली. जबकि कोरोना संक्रमित 4 लोगों की मौतें हुई हैं।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के अभी तक कुल 6,31,589 मामले सामने आए हैं. इनमें से 6,17,930 की रिकवरी हो चुकी है. दिल्ली में कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा 10,722 तक पहुंच गया है. इसके बाद सक्रिय मामले 2,937 रह गए हैं।
दिल्ली सरकार ने ब्रिटेन से दिल्ली आने वाले मुसाफिरों के लिए जारी अपने निर्देशों में संशोधन किया है. अब 31 जनवरी तक जो भी यात्री यूके से दिल्ली आएंगे, उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन रहना होगा।
दिल्ली सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया है. आपको याद दिला दें कि केंद्र सरकार ने यूके आने-जाने वाली फ्लाइटों पर एक हफ्ते की रोक लगा दी थी और उसके बाद फिर वहां से हवाई यात्रा की इजाजत दी गई. पहली ही फ्लाइट में आए मुसाफिरों में तीन यात्री नए स्ट्रेन से संक्रमित मिले थे।
अब केजरीवाल सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिहाज से यूके से आने वाले हर यात्रियों को अनिवार्य रूप से 14 दिनों के क्वॉरंटाइन में भेजने की तारीख 31 जनवरी तक बढ़ा दी है.