प्रियंका गांधी के बाद अब दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम केजरीवाल के सामने 300 बसें चलवाने की मांगी अनुमति
कांग्रेस लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में छोड़ने की बात कर रही है। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा हूं या राहुल गांधी का फुटपाथ पर जाकर प्रवासी मजदूरों से मिलना हो। कांग्रेस की तरफ से लगातार प्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठाया जा रहा है। वही अब दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर 89835 प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में छोड़ने की बात कही है। जिसके लिए उन्होंने 300 बसों का प्रस्ताव भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के सामने रखा है।
इस पत्र में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने लिखा है कि हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर जो दिल्ली में रहते हैं। अपने-अपने प्रदेशों को वापस लौट रहे हैं। मुझे दुख है कि मजदूर पैदल ही अपने प्रदेशों में जा रहे हैं और कई मजदूरों की अलग-अलग दुर्घटनाओं में मौत भी हो चुकी है। मई माह में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कंट्रोल रूम में जिन मजदूरों ने अपने आप को पंजीकृत कराया था उसकी सूची पत्र सहित मैंने आपको व दिल्ली सरकार के नोडल ऑफिसर को भिजवाई हुई है। जिनकी संख्या करीब 89835 है। लेकिन आप की ओर से उनको भिजवाने के संबंध में मुझे कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है।
उन्होंने आगे लिखा कि इसलिए पलायन करते हुए इन बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए करीब 300 बसें दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर से चलाना चाहती हैं। जिनका खर्च दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी वहन करेगी। महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के लिए हमें 300 बसों को चलाने की अनुमति दें। यह बसे हमें कुछ स्कूलों व अन्य स्त्रोतों से प्राप्त हो रही हैं जो लॉक डाउन के कारण काम नहीं कर रहे हैं।
वही चौधरी अनिल कुमार ने पत्र में आगे लिखा है कि राष्ट्र निर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देश पर इनकी मदद करने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रतिबंध है। आपसे आशा है कि आप इस प्रयास में हमारा सहयोग करेंगे।”
बता दें कि दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने 300 बसों की पेशकश की है। वहीं प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हजार बसें देने के लिए कहा था। जो अब नोएडा और गाजियाबाद के बॉर्डर पर जाने लगी हैं।