दिल्ली में अगले 1 हफ्ते के लिए सभी बॉर्डर हुए सील, सीएम केजरीवाल ने मांगे बॉर्डर खोलने के लिए मांगे सुझाव
आज राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनलॉक -1 के लिए दिल्ली वासियों के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। इन गाइडलाइंस के अनुसार दिल्ली में जो पहले से खोला जा चुका है वह सब तो खुला ही रहेगा। इसी के साथ दिल्ली में सभी दुकानें खुल जाएंगी। पहले मार्केट में ओड इवन लागू किया गया था। लेकिन अब दिल्ली में सभी दुकानें खुलेगी कोई ओड इवन नियम लागू नहीं होगा। इसी के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी बॉर्डर अगले 1 हफ्ते के लिए सील कर दिए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अगले हफ्ते के लिए दिल्ली के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 1 हफ्ते के लिए लोगों से सुझाव भी मांगा है। क्या दिल्ली के बॉर्डर को खोल देना चाहिए? केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले काफी बढ़ रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले 5 साल में “आप“ की सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में और स्वास्थ्य सेवाओं में खूब पैसा इन्वेस्ट किया है। खूब सारे मोहल्ला क्लीनिक बनाएं। दिल्ली वालों के लिए सारा इलाज मुफ्त कर दिया है । अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते हुए केस के बावजूद मुख्यमंत्री आपको विश्वास दिलाता है कि कोरोनावायरस अगर आपको हो जाता है तो चिंता मत करना आपके लिए बेड है हमने आपके लिए बेड का इंतजाम कर लिया है।
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में 6600 बेड का इंतजाम है और 5 जून तक 9500 बेड का इंतजाम हो जाएगा। आज कि डेट में 2400,2500 मरीज हैं। जिनके लिए 9500 बेड का इंतजाम होगा। अगर मरीज बढ़ते भी हैं तो उनके लिए दिल्ली सरकार के पास बेड मौजूद हैं।
अरविंद केजरीवाल ने एक ऐप का जिक्र भी किया है जिसके तहत यह पता चल जाएगा की किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं। केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली पूरे देश भर से लोग इलाज कराने आते हैं। क्योंकि दिल्ली में पूरे देशभर से सबसे अच्छा इलाज होता है और दूसरा कि दिल्ली के अंदर सरकारी अस्पतालों में सब कुछ मुफ्त है। पूरे देशभर से लोग अपना इलाज कराने यहां आते हैं। अगर बॉर्डर खोल दिए जाते हैं तो देशभर से लोग अपना इलाज कराने यहां आएंगे। तो यह बेड 2 दिन में भर जाएंगे। क्या बॉर्डर खोलने चाहिए ?
अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार शाम 5:00 बजे तक यह सुझाव मांगे हैं। दिल्ली वालों को अब यह तय करना है कि बॉर्डर खोले जाएं या नहीं। वही दूसरा सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि कि दिल्ली वालों को यह भी फैसला लेना है कि क्या बाहर से आने वाले लोगों का इलाज दिल्ली में किया जाए या नहीं क्योंकि अगर बॉर्डर खोले जाएंगे तो बाहर से लोग दिल्ली में इलाज कराने आएंगे। अगर ऐसा होता है तो केजरीवाल के अनुसार जो दिल्ली वालों के लिए बेड दिए गए हैं वह 2 दिन में भर जाएंगे।
इन सुझावों को इस नंबर और ई-मेल आईडी पर भेजा जा सकता है.
• 8800007722 (व्हाट्सएप)
• 1031
• [email protected]