“Delhi Assembly : सीएम Atishi ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया”

Atishi कहा कि सभी सदस्यों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि दिल्ली के विकास के लिए सही निर्णय लिए जा सकें।

नई दिल्ली: Delhi Assembly का दो दिवसीय विशेष सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ, लेकिन कार्यवाही में कई बाधाएं आईं। सदन की कार्यवाही 23 मिनट की देरी से शुरू हुई और सुबह 11 बजे तक कोरम पूरा नहीं हुआ, जो कि सदन की कार्यवाही के लिए आवश्यक होता है। इससे पहले गुरुवार को भी कोरम की कमी के कारण कार्यवाही प्रभावित हुई थी।

सदन में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण स्पीकर को 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सदस्यों ने नारेबाजी की और विभिन्न मुद्दों पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। यह स्थिति स्पष्ट करती है कि सदन में विचार-विमर्श के लिए गंभीर मुद्दों पर चर्चा करने की आवश्यकता है, लेकिन हंगामे और बाधाओं के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है।

सदन में चर्चा के दौरान सीएम Atishi ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। Atishi विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की सफलता का जिक्र करते हुए सरकार की उपलब्धियों को सदन के समक्ष रखा। उनका कहना था कि दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जो जनता के लिए लाभकारी साबित हुई हैं।

चोर के घर 50 करोड़ की चोरी, ट्विटर पर अखिलेश यादव का तंज़

Atishi ने विपक्ष को भी शामिल करते हुए चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया। Atishi कहा कि सभी सदस्यों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि दिल्ली के विकास के लिए सही निर्णय लिए जा सकें। उनके इस प्रस्ताव का कुछ सदस्यों ने समर्थन किया, जबकि विपक्ष ने इसे राजनीतिक दिखावा बताते हुए विरोध जताया।

सदन की कार्यवाही में शामिल अन्य सदस्यों ने भी अपनी-अपनी बातें रखीं। कुछ ने सरकार की योजनाओं की सराहना की, जबकि अन्य ने विभिन्न मुद्दों को उठाया, जिन पर अभी भी काम करने की जरूरत है।

Atishi ने कहाँ Delhi Assembly के इस सत्र का महत्व इस संदर्भ में है कि यह न केवल सरकार की कार्यप्रणाली को देखने का अवसर है, बल्कि यह जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारियों का भी प्रदर्शन है। हालांकि, सदन में हंगामे और अव्यवस्था ने इस प्रक्रिया को बाधित किया है।

आगे देखना होगा कि क्या सदन के सदस्य अपनी विचारधारा के बावजूद एकजुट होकर दिल्ली के मुद्दों पर सार्थक चर्चा कर पाएंगे या नहीं।

Related Articles

Back to top button