Maharashtra में महायुति सरकार गठन में देरी: श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने की अटकलों को किया खारिज
Maharashtra में महायुति सरकार के गठन में देरी के बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण लोकसभा सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे ने 2 दिसंबर 2024 को डिप्टी सीएम बनने को लेकर चल रही अटकलों को 'बेबुनियाद और निराधार' करार दिया।
Maharashtra में महायुति सरकार के गठन में देरी के बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण लोकसभा सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे ने 2 दिसंबर 2024 को डिप्टी सीएम बनने को लेकर चल रही अटकलों को ‘बेबुनियाद और निराधार’ करार दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है और मीडिया द्वारा उठाई गई इस तरह की खबरों को उन्होंने सिरे से नकारा किया।
महायुति सरकार गठन में देरी
Maharashtra में विधानसभा चुनावों के बाद से महायुति के गठबंधन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। सरकार गठन के मामले में देरी ने सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना और भाजपा के गठबंधन ने पहले ही चुनाव में जीत हासिल की थी, लेकिन सरकार के गठन को लेकर असमंजस अभी भी बना हुआ है।
डिप्टी सीएम पद की चर्चा
श्रीकांत शिंदे के डिप्टी सीएम बनने को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, उन्होंने खुद इन अटकलों को खारिज किया और स्पष्ट किया कि इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसके अलावा, भाजपा और शिवसेना के बीच डिप्टी सीएम के पद को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है, और दोनों पार्टियां इस मुद्दे पर मंथन कर रही हैं।
भाजपा और शिवसेना के बीच बातचीत
भाजपा की ओर से देवेंद्र फडणवीस का नाम डिप्टी सीएम पद के लिए सबसे प्रमुख उम्मीदवार के रूप में सामने आ रहा है, लेकिन इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। शिवसेना ने अभी तक अपने डिप्टी सीएम उम्मीदवार का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। इस सबके बीच, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और विजय रूपानी को भाजपा के विधायक दल की बैठक की निगरानी करने के लिए नियुक्त किया गया है, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो गई है।
राजनीतिक प्रभाव
Maharashtra की राजनीतिक स्थिति इस समय काफी संवेदनशील है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। पार्टी के भीतर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श जारी है, जिससे सरकार गठन में देरी हो रही है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि अगर सरकार जल्दी नहीं बनती तो राज्य में प्रशासनिक कार्यों पर असर पड़ सकता है।
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Maharashtra आगे की राह
Maharashtra श्रीकांत शिंदे द्वारा डिप्टी सीएम पद से संबंधित अटकलों को नकारने के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि महायुति के भीतर अभी कई मुद्दों पर सहमति बननी बाकी है। सरकार के गठन के बाद ही राज्य में राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियाँ सामान्य हो सकेंगी। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि डिप्टी सीएम का पद आखिरकार किसके खाते में जाता है और किस प्रकार राज्य की राजनीति में नए समीकरण उभरते हैं।