Dehradun Express -उत्तराखंड में बड़ा हादसा टला: लोको पायलट की सूझबूझ से बची
Dehradun Express वहां से गुजरी, तो सरिया तेज आवाज के साथ ट्रेन के पहिए में फंस गया।
Dehradun Express घटना का विवरण
डोईवाला-हर्रावाला के बीच रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा 15 फीट लंबा सरिया रख दिया गया था। जब Dehradun Express वहां से गुजरी, तो सरिया तेज आवाज के साथ ट्रेन के पहिए में फंस गया। इस स्थिति को देखते हुए लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को रोकने का निर्णय लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
लोको पायलट की सूझबूझ
लोको पायलट की त्वरित कार्रवाई ने न केवल ट्रेन को रोका, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया। जैसे ही Dehradun Express रुकी, रेलवे कर्मचारियों ने सरिया को हटाने का कार्य शुरू किया। इसके बाद, सरिया निकालने के पश्चात ट्रेन को पुनः रवाना किया गया। यदि लोको पायलट समय पर प्रतिक्रिया नहीं करता, तो यह घटना गंभीर परिणाम उत्पन्न कर सकती थी।
सुरक्षा के प्रति चिंता
यह घटना उत्तराखंड में रेलवे की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाती है। इससे पहले भी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में रेल पलटाने की साजिश के मामले सामने आ चुके हैं। यह स्पष्ट करता है कि कुछ असामाजिक तत्व ट्रेनों को नुकसान पहुंचाने के लिए सक्रिय हो सकते हैं। ऐसे मामलों में रेलवे प्रशासन को सतर्क रहने की आवश्यकता है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया
रेलवे प्रशासन ने इस घटना के संदर्भ में जांच शुरू करने की बात कही है। सुरक्षा अधिकारियों ने यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को इस प्रकार के खतरों के प्रति जागरूक करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए निगरानी तंत्र को भी मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है।
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डोईवाला-हर्रावाला के बीच हुई इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल सकता है। रेलवे सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। रेलवे प्रशासन को भी इस तरह की सुरक्षा चूक को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।