कोरोना के कारण पिछले साल की तुलना में 37 प्रतिशत कम हुई शराब की विक्री
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के आय के श्रोत के मुख्य साधन शराब विक्री पर कोरोना की मार पड़ी है। पिछले साल की तुलना में 37 प्रतिशत शराब की विक्री कम हुई है।
राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने वर्ष 2020-2021 के लिए 19,225 करोड़ रुपए राजस्व का लक्ष्य दिया गया है। अप्रैल से अगस्त 2020 तक, विभाग को पिछले वर्ष की तुलना में 37 प्रतिशत की कमी से 3842.32 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। अप्रैल से अगस्त 2020 के दौरान देशी शराब की 9.40 को. ब.लि., विदेशी शराब की 5.88 को. ब.लि., बियर 5.23 को.ब.लि. और वाईन की 17.62 लाख ब.लि. विक्री हुई है। जो पिछले वर्ष की तुलना में देशी शराब 38 प्रतिशत, विदेशी शराब 33 प्रतिशत बियर 63 प्रतिशत, वाईन 39 प्रतिशत की विक्री कम हुई है। 24 मार्च, 2020 से राज्य में लाॅकडाउन घोषित किया गया। सभी विभागीय उपायुक्तों के साथ संबंधित पुलिस अधीक्षकों ने महाराष्ट्र में पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए कड़ी नाकाबंदी पर सख्ती बरती। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को 12 सीमा चौकियों पर तैनात किया गया है। बीते 23 सितंबर 2020 तक राज्य में 114 मामले दर्ज किए गए और 69 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। कुल 10 लाख 41 हजार रुपये का माल जब्त किया गया।
पिछले एक अप्रैल 2020 से 23 सितंबर 2020 तक, राज्य में कुल 18,832 अपराध लॉकडाउन के दौरान दर्ज किए गए और 10,263 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 43.07 करोड़ रुपये के कुल 1725 वाहन से माल जब्त किए गए। गुरुवार को दिन भर में 3 हजार 476 ग्राहकों को होम डिलीवरी सेवा उपलब्ध कराई गई। इसमें मुंबई शहर और मुंबई उपनगर में 3 हजार 278 ग्राहकों को होम डिलीवरी सेवाओं का समावेश है। उक्त जानकारी राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के आयुक्त कांतिलाल उमाप ने दी है।