9 साल के लम्बे इंतज़ार बाद चर्चित सोनम हत्याकांड पर आया फैसला, कोर्ट ने दी उम्रकैद
10 जून 2011 को हुए निघासन के चर्चित सोनम हत्याकांड में आखिरकार पहला फैसला सामने आया। सीबीआई की विशेष अदालत ने तत्कालीन सीओ इनायतुल्ला व उनके कांस्टेबल को जुर्माने व उम्रकैद की सजा सुनाई है।
गौरतलब रहे कि करीब नौ साल पहले 10 जून 2011 को निघासन थाना परिसर में 10 साल की सोनम की लाश एक कटे पड़े पेड़ से लटकती मिली थी। खबर फैलने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था। जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेताओं का आना-जाना लगा रहा। तत्कालीन बसपा सरकार ने मामले को सीबीसीआईडी के हवाले कर दिया। सीबीसीआईडी ने जो रिपोर्ट पेश की उसे लेकर भी हंगामा बरप गया। सीबीसीआईडी ने तत्कालीन सीओ इनायतुल्लाह के गनर को दोषी करार दिया पर लोग इससे संतुष्ट नहीं थे। आखिरकार तत्कालीन केंद्र सरकार ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए।
उम्मीद थी कि सीबीआई जल्द से जल्द मामले का खुलासा कर असल दोषियों को बेनकाब करेगी। पर सीबीआई ने सालों तक आवाजाही में खर्च किये। धीरे-धीरे लोग इस मामले को भूलने लगे। 28 फरवरी 2020 को सीबीआई की विशेष अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाया।
सीओ के गनर अतीक अहमद को एक लाख रुपए की सजा व उम्र कैद की सजा सुनाई गई। वहीं सीओ को भी दोषी ठहराते हुए पचास हजार रुपए व पांच साल की कैद की सजा सुनाई।