Essar के पितामह शशिकांत रुईया का निधन, भारतीय कॉर्पोरेट जगत में बड़ा नुकसान
Essar समूह के पितामह और अध्यक्ष शशिकांत रुईया का 81 वर्ष की आयु में 25 नवम्बर की रात 11:55 बजे मुंबई में निधन हो गया।
Essar समूह के पितामह और अध्यक्ष शशिकांत रुईया का 81 वर्ष की आयु में 25 नवम्बर की रात 11:55 बजे मुंबई में निधन हो गया। परिवार द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। शशिकांत रुईया लंबे समय से बीमार थे और कुछ सप्ताह पहले ही अमेरिका से इलाज करवाकर लौटे थे। परिवार के सूत्रों के अनुसार, उन्होंने मुंबई में अपने घर पर अंतिम सांस ली।
रुईया परिवार की शोक संदेश
शशिकांत रुईया के निधन के बाद, उनके परिवार ने एक शोक संदेश जारी करते हुए उन्हें भारतीय कॉर्पोरेट परिदृश्य को नया रूप देने वाला बताया। परिवार ने कहा, “उन्होंने भारत के कॉर्पोरेट जगत को एक नई दिशा दी और उसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।” शशिकांत रुईया की अध्यक्षता में एसर समूह ने कई उद्योगों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की थी। उनके नेतृत्व में Essar समूह ने स्टील, ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर, और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाई थी।
आखिरी दर्शन के लिए रखी जाएंगी उनकी mortal remains
शशिकांत रुईया का अंतिम संस्कार 26 नवम्बर को किया जाएगा। उनके शव को आज (26 नवम्बर) दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक रुईया हाउस में दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद, शव यात्रा 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी। परिवार के करीबी लोग और उनके सम्मान में कई बड़े कारोबारी और राजनीतिक नेता अंतिम यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
शशिकांत रुईया का योगदान और Essar की सफलता
शशिकांत रुईया का जीवन एक प्रेरणा था। उन्होंने Essar समूह को एक छोटे व्यापार से एक वैश्विक साम्राज्य में बदलने का कार्य किया। उनके नेतृत्व में, एसर ने अपने आप को एक प्रमुख औद्योगिक समूह के रूप में स्थापित किया। वे न केवल एक कुशल व्यवसायी थे, बल्कि अपने कर्मचारियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समाज सेवा के लिए भी प्रसिद्ध थे। एसर के विकास में उनकी दूरदृष्टि और नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
परिवार के सदस्य और उत्तराधिकारी
शशिकांत रुईया अपने पीछे अपनी पत्नी मंजू और दो बेटों, प्रशांत और अंशुमान को छोड़ गए हैं। उनके परिवार ने हमेशा Essar के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और अब उनके बेटे समूह के नेतृत्व को संभालेंगे। शशिकांत रुईया के निधन से भारतीय उद्योग जगत में एक युग का अंत हो गया है, लेकिन उनकी विरासत और योगदान आने वाली पीढ़ियों तक याद रखे जाएंगे।
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भारतीय उद्योग जगत में शशिकांत रुईया का योगदान
शशिकांत रुईया का निधन भारतीय कॉर्पोरेट जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी दूरदृष्टि, नेतृत्व क्षमता और उद्योग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने Essar समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी विरासत भारतीय उद्योग में हमेशा जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियाँ उनके योगदान को सम्मानित करेंगी।