गंगा में बह रही लाशें, सरकार आंकड़ों की बाजीगरी में जुटी : रामगोविन्द
बलिया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने गुरूवार को कहा कि जनपद के अनेक स्वास्थ केंद्रों पर मैं गया। हर जगह लोगों में कोरोना महामारी के दौर में सरकारी बदइंतजामी के प्रति गुस्सा और भय का माहौल है। वहीं स्वास्थ कर्मी पूरी तन्मयता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने गुरुवार को प्रेस को जारी बयान में कि मैंने हर जगह समाजवादी पार्टी के लोगों से भी आह्वान किया कि वे इस महामारी के दौर में लोगों के साथ खड़े रहें। साथ ही लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में बहती लाशें सरकार की कलई खोल रही हैं। लेकिन सरकार है कि आंकड़ों की बाजीगरी में व्यस्त है। उसे लोगों की परेशानी और लाशें नहीं दिख रही।
चौधरी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस महामारी काल में सरकार लोगों की मौत और संक्रमितों की संख्या छुपाने में जुटी है। जमीन पर सरकार द्वारा महामारी रोकने और पीड़ितों को राहत पहुचाने के दिशा में कोई ठोस एवं सार्थक प्रयास नहीं हो रहा है। जिसका नतीजा है कि लोग आज भयभीत हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मां गंगा के नाम पर राजनीति की रोटी सेंकने वाले लोगों की राजनीतिक कारगुजारी का प्रतिफल हैं उसमें तैरती लाशें। अगर कोरोना की पहली लहर के बाद ही सरकार ईमानदारी से लग गई होती तो यह दूसरी लहर इतनी भयावह नहीं होती। ऑक्सीजन और दवाई के अभाव में लोग मर रहे हैं। यह स्वाभाविक मृत्यु नहीं है। यह हत्या है। इस हत्या की दोषी सीधे-सीधे सरकार है।
रामगोविन्द चौधरी ने मांग किया कि प्रदेश के सभी जनपदों में एक-एक ऑक्सीजन प्लान्ट स्थापित किया जाय व प्रदेश भर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। वेंटिलेटर, सिटी स्केन तथा एक्सरे मशीन भी लगाया जाय। क्योंकि विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अभी तीसरी लहर बाकी है। उसके पूर्व यह व्यवस्था सभी केंद्रों पर जनहित में अति आवश्यक है।