आरटीओ ऑफिस में आए दिन अराजकता, झड़प से काम पर पड़ा प्रभाव

आजमगढ़ के आरटीओ ऑफिस पर आए दिन अफरा तफरी की नौबत रहती है। इसी क्रम में आज दिन में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आधार नंबर के बिना जबरन काम कराने को लेकर दलाल और ऑफिस में तैनात संविदा कर्मी में बहस हो गई और कुछ ही देर में मारपीट हो गई। हंगामा देख वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई वहीं मामला बढ़ता देख दलाल अपने साथियों के साथ भाग खड़ा हुआ। हालांकि मामले में एआरटीओ प्रशासन सत्येंद्र सिंह यादव ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। लेकिन बताया कि आए दिन जबरन काम कराने की कोशिश की जाती है जिसकी शिकायत पुलिस से की गई है।

V.O :- लाइसेंस व गाड़ियों के कागजात संबंधित समेत अन्य कामों को लेकर यहां पर रोजाना सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा रहती है। विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर स्मार्ट चिप्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को ठेका दिया गया है जिसके 9 वेंडर इस कार्य को करते हैं। इसके अलावा लाइसेंस को लेकर ऑनलाइन फॉर्म पर अपने डाटा को अपलोड करना होता है लेकिन कई बार कुछ कमियों जैसे आधार कार्ड ना होना, जन्म तिथि प्रमाण पत्र, शिक्षा प्रमाण पत्र को लेकर दलाल अपने हिसाब से फीडिंग कराने का दबाव डालते रहते हैं। जिसके चलते कई बार हंगामे की नौबत आ जाती है। आज भी बताया जा रहा है कि एक दलाल अपने क्लाइंट का आधार नंबर ना होने के बावजूद भी फॉर्म को जमा करने की कोशिश कर रहा था। मना करने पर भड़क गया इसके बाद हंगामा हुआ और आरोप यहां तक है कि कंप्यूटर को भी नुकसान पहुंचाया गया। वेंडर से मारपीट की गई। जिसके बाद फिर सिधारी थाना की पुलिस पहुंची और स्थिति को काबू में किया बाद में सभी काउंटर को बंद कराकर परिसर को खाली कराया गया। एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि लोग खुद से कई बार डाटा की फीडिंग किसी जन सेवा केंद्र से अपलोड करा कर ले आते हैं और गड़बड़ी मिलने पर उसको यहीं से ठीक कराने या विभाग पर तमाम आरोप कर आने लगते हैं जिससे कई बार परेशानी की स्थिति हो जाती है आज भी यही मामला था।

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