नक्सलियों की घाटी में मैराथन:दंतेवाड़ा में जहां नक्सलियों ने फूंके थे दर्जनों वाहन,
वहीं CRPF के जवानों और युवाओं ने लगाई 5 KM की दौड़
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की जिस घाटी में नक्सलियों ने सबसे ज्यादा वाहनों को आग के हवाले किया है। उसी नेरली घाट में रविवार को CRPF ने 5 किमी की मैराथन दौड़ लगाई। CRPF की इस मैराथन दौड़ में CISF, RPF, वन विभाग, पुलिस, जिला प्रशासन के अधिकारी समेत भारी संख्या में नक्सलगढ़ के युवा भी शामिल हुए। बचेली के प्रवेश द्वार से शुरू हुई मैराथन दौड़ नेरली में स्थित CRPF 230 BN के कैंप में खत्म हुई। नक्सल घाटी के नाम से चर्चित यह इलाका देश भक्ति गीतों से गूंज उठा।
दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर CRPF ने ‘RUN FOR UNITY’ का आयोजन किया था। इस आयोजन में 500 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि, इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य श्रेष्ठ और सुरक्षित बस्तर स्थापित करने का है। मैराथन दौड़ा के बाद CRPF 230 BN के कमांडेंट दिनेश सिंह चंदेल ने सभी को एकता की शपथ भी दिलाई।
अफसरों ने भी लगाई 5 किमी की दौड़।
युवाओं ने कहा- अब नहीं लगता डर
मैराथन दौड़ में शामिल होने के लिए जिले के नक्सल प्रभावित गांव कमेली, भांसी, नेरली, धुरली, गमावाड़ा, अरनपुर, पाढ़ापुर और बैलाडीला की पहाड़ी के पीछे बसे गांवों के दर्जनों युवक-युवतियां भी पहुंचे थे। संतोष, शालुलता, गीता और विनीता ने कहा कि इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। इससे हमें भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आने वाले समय में भी यदि इस तरह के आयोजन होंगे तो अंदरूनी इलाके के और युवा भी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि, अब फोर्स के साथ किसी भी आयोजन में शामिल होने डर नहीं लगता है।
युवाओं में भी काफी जोश रहा।
आप एक कदम चले हम आप के साथ 11 कदम चलेंगे: कमांडेंट CRPF 230 बटालियन के कमांडेंट दिनेश सिंह चंदेल ने युवाओं से कहा कि, क्षेत्र के विकास के साथ आप सभी का व्यक्तिगत विकास होना भी बेहद आवश्यक है। आप एक कदम आगे चलेंगे तो हमारे 11 कदम आपके साथ चलेंगे। CRPF के एक-एक जवान अपना घर छोड़ कर आए हैं। ताकि आप को सुरक्षित रख सकें। उन्होंने कहा कि नेरली इलाके में CRPF 230 बटालियन का कैंप खुलने के बाद माओवादी काफी हद तक इस इलाके से बैकफुट हुए हैं।
इसी नेरली घाट में नक्सलियों ने कई वाहनों में आगजनी की है।
इसी घाटी में नक्सलियों ने सबसे ज्यादा मचाया है उत्पात
दंतेवाड़ा जिले के नेरली घाट को नक्सलियों की घाटी के नाम से भी जाना जाता है। यह घाटी बैलाडीला की खूबसूरत वादियों के बीच है। घना जंगल और पहाड़ी इलाका होने की वजह से माओवादी सबसे ज्यादा इसी घाटी पर उत्पात मचाते आए हैं। यहां पर कुछ समय पहले माओवादियों ने एक यात्री बस को भी आग के हवाले किया था। इसमें एक यात्री जिंदा जल गया था।
साथ ही ट्रकों में आगजनी करना माओवादियों के लिए आम बात हो गई थी। इधर इसी इलाके में स्थित रेल पटरियों को भी कई दफा माओवादियों ने नुकसान पहुंचाया है। यह इलाका नक्सलियों के पिक पॉइंट में से एक था। यहां अब भी नक्सलियों का मूवमेंट देंखने को मिलता है। फिलहाल, सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित होने के बाद नक्सलियों का उत्पात थोड़ा कम हुआ है।
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