दक्षिण मुखी देवी मंदिर, तांत्रिक साधना का केंद्र
जनपद आजमगढ़ में बारिश के बाद भी नवरात्र के शुरु होते ही देवी मंदिरों पर भक्तों की गहमागहमी रही। आज गुरुवार से नवरात्र की शुरूआत है, नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा, अराधना का विशेष महत्व है और ऐसे में दुर्गा जी का पुराना प्राचीन मंदिर जहां कतारों में दर्शन पूजन को लोग प्रतीक्षा करते रहे हैं। बात कर रहे है दक्षिण मुखी दुर्गा माता चौक आज़मगढ़ स्थित मंदिर की, विशेष बात ये है कि दक्षिण मुखी मंदिर कोलकाता में है वही दूसरा आजमगढ़ में भी माता का दक्षिण मुखी मंदिर आस्था का केंद्र है।
आज नवरात्र पर्व का प्रथम दिन जहां भक्त माँ शैलपुत्री रूप की अराधना कर रहे है। आजमगढ़ के मुख्य चौक के शहर का एक मात्र और सबसे पुराना मंदिर है जहां लोग दर्शन के लिए आते हैं। एक ओर घर आँगन को शुद्ध करने के लिए घरों में कलश स्थापित किये जा रहे हैं तो वहीं मंदिरों में भी माँ के दरबार में भारी भीड़ उमड़ी। सवेरे से लेकर मंदिर बंद होने तक लोगो की आस्था नवरात्रि में माता के प्रति बढ़ जाती है। आज़मगढ़ शहर के बीचों बीच में बना ये मंदिर है। सबसे महत्वपूर्ण बात कोलकाता में दक्षिण मुखी मंदिर है वही आजमगढ़ में भी दक्षिण मुखी मंदिर माता का है। पुजारी का कहना है कि यह तांत्रिक साधना का मंदिर है। भारत में दक्षिण मुखी मंदिर दो ही है एक कोलकाता में दूसरा आजमगढ़ में। मंदिर की महत्ता और बढ़ जाती है जब वहां मांगी गई मनोकामना पूरी होती है और यहां लोग माता से मनोकामना मांगते है और मां हर मनोकामना को पूर्ण करती है।