Cyclone Nivar का खतरा गहराया, तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश में बारिश, पुडुचेरी में लगा नाइट कर्फ्यू
बंगाल की खाड़ी में पहला चक्रवाती तूफान आने वाला है। बताया जा रहा है कि खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का इलाका चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि ये तूफान कल तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार कर जाएगा।
इस बारे में आईएमडी (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामनी ने कहा, अभी चेन्नई से 50 किमी दक्षिण-पश्चिम में है और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और कल शाम तक कराईकल और ममल्लापुरम के बीच पुडुचेरी में लैंडफॉल होगा।
वहीँ, मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात निवार पुडुचेरी से करीब 400 किलोमीटर दूर है, जो 24 घंटे में तेजी से बढ़ था है। ये काफी विकराल हो सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ये तूफान, 25 नवंबर की शाम को कराईकल और मामल्लापुरम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है।
वहीँ, पुडुचेरी के जिला मजिस्ट्रेट ने साइक्लोन Cyclone Nivar के मद्देनजर आज रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक, पूरे इलाके में 26 नवंबर तक धारा 144 लगाने का आदेश जारी किया है। इस दौरान सभी दुकानें बंद रहेंगी. हालांकि, दूध की दुकानें, पेट्रोल पंप खोलने की इजाजत मिली है।
बताया जा रहा है कि मॉनसून 2020 के बाद बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। इस तूफान का नाम ‘निवार’ रखा गया है। तूफान को देखते हुए सुरक्षा प्रबंधों के मद्देनजर एनडीआरएफ की छह टीमें कुड्डालोर और चिदंबरम के लिए रवाना हो गई हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, लैंडफॉल से पहले ही ‘निवार’ चक्रवाती तूफान के अधिक भीषण होने की संभावना है। जिस समय यह सिस्टम चक्रवाती तूफान की क्षमता में आएगा उस समय इसकी चेन्नई से दूरी लगभग 250 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में रहेगी और 150 किमी दूर रह जाएगा और इसी समय इसके भीषण चक्रवाती तूफान बनने की संभावना बनेगी।
जानकारी मिल रही है कि 25 नवंबर को तूफान ‘निवार’ के कराईकल के उत्तरी हिस्सों में पुद्दुचेरी के निकट टकराएगा। इस समय बंगाल की खाड़ी पर घने बादल इस सिस्टम के दायरे में बन चुके हैं और वर्टिकल विंड शीयर 25 किमी प्रति घंटे की गति से नीचे की है और समुद्री सतह का तापमान भी इसके अनुकूल है।