तूफान अम्फान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में मचाई तबाही, लगभग 10 लोगों की हुई मृत्यु 5000 घर हुए तबाह
चक्रवात तूफान अम्फान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तबाही मचा दी। यह चक्रवात तूफान बुधवार शाम ओडिशा और पश्चिम बंगाल से लगभग 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होकर गुजरा। इस दौरान दोनों ही राज्यों में हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश भी हुई। दोनों ही राज्यो में तबाही का मंजर देखा गया। ओडिशा और वेस्ट बंगाल के कई इलाकों में पेड़ और कई दीवारें गिर गई हैं।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि ऐसा तूफान 283 साल पहले 1737 में आया था। उन्होंने बताया कि उनके पास 10 से 12 लोगों की मौत की सूचना आई है। वही कल शाम रिपोर्ट में बताया गया था कि ओडिशा में 3 लोगों की मौत इस तूफान की वजह से हुई है।
मौसम विभाग ने इस चक्रवात तूफान को सुपर साइक्लोन का नाम दिया था। सुपर साइक्लोन अम्फान ने ओडिशा में भी जमकर तबाही मचाई है।ओडिशा में अम्फान के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान के कारण कई इलाके तबाह हो गए। संचार बाधित हो गए हैं। स्थानीय लोगों की मदद से, प्रशासन 5 लाख निवासियों को निकालने में सफल रहा।
बता दें कि कल रात ममता बनर्जी ने बताया था कि ऐसा विनाशकारी तूफान 1737 में आया था। ममता बनर्जी ने बताया था कि वह वार रूम में बैठी हैं। नबाना में उनका कार्यालय हिल रहा था। नहीं आपको बता दें कि यह तूफान देर रात तक जारी रहा। चक्रवात के कारण दक्षिण और उत्तर 24 परगना लगभग पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। ममता बनर्जी ने बताया था कि उनके पास 10 से 12 लोगों की मौत की सूचना भी है।
वही कल रात यह तूफान 140 से 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहा था। जिसके बाद भारी बारिश और तूफान के बाद कोलकाता के कई इलाकों में बिजली भी गुल हो गई थी। वहीं आपको बता दें कि भुवनेश्वर मौसम विभाग के अनुसार कहा गया था कि अमफान एक गंभीर चक्रवर्ती तूफान की तरह गुजरा है। गुजरते वक्त इसकी गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे थी। जो बाद में बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो गई।
वहीं कल शाम 7 बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक अम्फान तूफान में पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना में 5500 घरों को नुकसान पहुंचा है।