पाक संगठनों ने भारत के अहम प्रतिष्ठानों में साइबर अपराध की फिशिंग की, जानें- किस तरह चला पता
ऊर्जा, दूरसंचार और वित्त संबंधित प्रतिष्ठानों पर हुई साइबर अपराध की फिशिंग
साइबर सुरक्षा कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार क्विक हील टेक्नालिजीज ने कहा कि एक संदिग्ध पाकिस्तानी संगठन ने भारत के अहम प्रतिष्ठानों पर फिशिंग हमले किए हैं। यह बिजली और दूरसंचार के बड़े प्रतिष्ठान हैं। सुरक्षा सलाहकार अहम कंप्यूटर सॉफ्टवेयरों में शुरुआती घुसपैठ स्पीयर फिशिंग ई-मेल से हुई।
नई दिल्ली, । एक संदिग्ध पाकिस्तानी संगठन ने भारत के संवेदनशील आधारभूत ढांचों जैसे ऊर्जा, दूरसंचार और वित्त संबंधित प्रतिष्ठानों पर साइबर अपराध फिशिंग की है।
साइबर सुरक्षा कंपनी पेंटापोस्टागमा की रिपोर्ट के अनुसार क्विक हील टेक्नालिजीज ने कहा कि एक संदिग्ध पाकिस्तानी संगठन ने भारत के अहम प्रतिष्ठानों पर फिशिंग हमले किए हैं। यह बिजली और दूरसंचार के बड़े प्रतिष्ठान हैं। सुरक्षा सलाहकार अहम कंप्यूटर सॉफ्टवेयरों में शुरुआती घुसपैठ स्पीयर फिशिंग ई-मेल से हुई। यह ई-मेल शुरुआती घुसपैठ के क्रम में वायरस, ट्रोजन और मालवेयर से हुआ है।
इन ई-मेल से अक्सर जाहिर होता है कि इन्हें सरकारी एजेंसियों से भेजा जा रहा है। इसमें फर्जी दस्तावेजों को जैसे आइटी रिटर्न को संबद्ध किया जाता है। इसमें यूजर डाक्यूमेंट खोलता है तो एनएनके पेलोड अपने आप लांच हो जाते हैं। यूजर को पता भी नहीं चलता। एलएनके बड़े पैमाने पर विंडो लिंक फार्मेट में किसी प्रोग्राम के शार्टकट के लिए इस्तेमाल होता है।