प्राइवेट बसों में खचाखच भरी सवारी, छतों पर भी बैठे लोग, बढ़ा कोरोनावायरस का खतरा
लखनऊ: कोरोना वायरस को लेकर जिस तरह से सरकार द्वारा लॉक डाउन किया गया है। उसके साथ ही रोडवेज बस, ट्रेन, हवाई जहाज की यात्राओं पर रोक लगा दी गई। वहीं इसके कुछ समय बाद ही लोग एक जगह से दूसरी जगह पलायन करने लगे। यह भी लोग थे जो ज्यादातर गरीब तबके के लोग हैं और दिहाड़ी मजदूर हैं। लॉक डाउन हो जाने से इन लोगों को काफी मुश्किलों का सामना जरूर करना पड़ा है। लेकिन लॉक डाउन करना भी बेहद जरूरी था। वहीं कुछ समय बाद प्रदेश की सरकारों ने ऐसे लोगों को प्राइवेट बसें शुरू की जिन बसों की मदद से यह लोग अपने अपने प्रदेश लौट रहे हैं। लेकिन इस दौरान बसों में इतनी ज्यादा भीड़ हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग बिल्कुल भी मेंटेन नहीं की जा रही है।
पलायन कर रहे हैं लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जो बसे लगाई गई थी उनकी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। बसों में सवारियां इस तरीके से बैठी हुई है कि उनमें पैर रखने की भी जगह नहीं है। उसके साथ ही बस की छतों पर भी लोगों बैठे नजर आए।
कठिन परिस्थितियों में जहां लगातार एक ही अपील हो रही है कि लोग घरों में रहे, अगर जरूरी काम से निकल रहे हैं तो उचित दूरी बनाए रखें, जिससे करोना जैसे वायरस से लोगों को बचाया जा सके। लेकिन लोग लापरवाही इतनी ज्यादा कर रहे हैं कि बसों में भी भीड़ भाड़ की हुई है। लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग बिल्कुल भी नहीं दिखाई दे रही है
जिससे इस बीमारी के फैलने का भी खतरा और ज्यादा बढ़ गया है, लेकिन अगर इस पर बात की जाए तो कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इन बातों पर ध्यान देना उचित नहीं समझ रहा हैं।
लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि लोग अपने घरों में रहे। लेकिन इस तरीके से बसों में भीड़ करना खतरे से खाली नहीं है। अगर किसी एक व्यक्ति को भी यह संक्रमण है तो वह व्यक्ति महामारी फैला सकता है। वह व्यक्ति हजारों की तादाद में वायरस फैला सकता है। सरकार को इस पर ध्यान देना होगा राज्य सरकार को समझना होगा। इसी के साथ लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। पलायन कर रहे लोगों से राज्य सरकारें अपील कर रही हैं कि जहां है वहीं पर रहे। दिल्ली सरकार उत्तर प्रदेश सरकार लोगों से अपील कर रही है कि जहां है वही रहे उनकी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
लोगों को ये समझने की ज्यादा ज़रूरत है कि लॉक डाउन हो जाने से भी देश में लगातार कोरोनावायरस संक्रमित लोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर यह लोग डाउन नहीं होता तो सोचिए कितने लोगों में अब तक यह वायरस फैल चुका होता। आज ही यह जो आंकड़ा 900 से 1000 के बीच में है वह आंकड़ा कुछ और ही हो सकता था। लॉक डाउन हो जाने से बहुत से परिवार अपने अपने घरों में हैं। बावजूद इसके कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे हैं।
न्यूज़ नशा सभी लोगों से अपील करता है कि अपने अपने घरों में ही रहे। कोरोना वायरस से जंग में आपका यह कदम बहुत महत्वपूर्ण होगा।