अमेठी में हुई इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना, अधेड़ को जिंदा जलाकर की हत्या
मानवता को तार-तार करने के साथ-साथ इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना अमेठी से प्रकाश में आई है। जहां पर सरकार द्वारा गांव में सार्वजनिक शौचालय बनाई जाने वाली महत्वाकांक्षी योजना ने एक 60 वर्षीय अधेड़ के जान की दुश्मन बन गई। इसी के चलते अधेड़ को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा ।जनपद मुख्यालय गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत उत्तर गांव बस्ती देई में रहने वाले एक अधेड़ को बीती रात घर के बाहर सो रहे अधेड़ को उठाकर घर से थोड़ी दूर पर बन रहे सार्वजनिक शौचालय पर ले गए और वहीं पर मिट्टी का तेल छिड़ककर जिंदा जलाकर मार दिया गया। सबसे बड़ी बात तो यह है कि रात में सो रहे लोगों को इस घटना की कानों कान भनक तक नहीं लगी। सुबह जैसे ही लोगों ने लाश को देखा पूरे गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई । जिस पर कोतवाली गौरीगंज की भारी संख्या में पुलिस सहित पुलिस क्षेत्राधिकारी अर्पित कपूर और अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज मौके पर पहुंच गए मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घरवालों का बयान दिया और लाश को कब्जे में लेकर पंचायत नामा करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा आगे की जांच शुरू कर दी। वहीं पर परिजनों ने इस घिनौनी वारदात का आरोप वर्तमान ग्राम प्रधान उनके प्रतिनिधि के ऊपर लगाया है उनका कहना है कि यह लोग जबरदस्ती हमारे घर के सामने सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कर रहे थे । जिस पर हम लोगों ने विरोध जताया था इसी के चलते घर के बाहर सो रहे अधेड़ को रात में उठाकर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया गया।
दरअसल आपको बता दें कि गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत उत्तर गांव बस्ती देई में वर्तमान ग्राम प्रधान राजाराम है जबकि प्रधानी का सारा काम पवन देखते हैं । इसी गांव में रामप्रसाद पासी जिनकी उम्र 60 वर्ष के लगभग थी वह पूर्व में गांव के बाहर बंजर जमीन पर आवासीय पट्टा लेकर मकान बनवा कर रह रहा था। मृतक रामप्रसाद के परिवार में तीन बेटे और 7 बेटी हैं जिसमें से बेटियों की शादी हो चुकी है । किंतु अभी एक बेटी ब्याह करने के लिए शेष है । मृतक रामप्रसाद अपने दो बेटों के साथ कानपुर में रहते थे और वही काम धंधा किया करते थे। जबकि एक बेटा घर पर ही रहता था और परिवार की देखभाल किया करता था। मृतक अभी 1 सप्ताह पहले कानपुर से अपने घर आए हुए थे। तभी उनको पता चला कि उनके घर के सामने सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजना जिसमें गांव गांव पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। इसी के क्रम में ग्राम प्रधान के द्वारा उनके घर के ठीक सामने सरकारी जमीन पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाना प्रस्तावित था। जिस पर जब इन लोगों ने लेखपाल से संपर्क किया तब लेखपाल ने कहा ऐसी कोई बात नहीं है ।
फिर अचानक एक दिन लेखपाल और वर्तमान ग्राम प्रधान तथा उनके प्रतिनिधि पहुंच कर वहां पर जितने पेड़ लगे हुए थे सब को साफ कराते हुए सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य शुरू कर दिया मृतक के परिजनों का कहना है कि मेरे पिताजी इसी बात का विरोध कर रहे थे। जो इन लोगों को नागवार गुजरी और इन लोगों ने घर से उठाकर उन को जलाकर मार डाला। जबकि मृतक के छोटे बेटे राजेश ने बताया कि अभी कल ही मैं सुबह डीएम साहब के पास प्रार्थना पत्र लेकर गया था । यहां पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण ना करवाया जाए नहीं तो घर के सामने होने के चलते पूरे दिन बदबू घर के अंदर रहेगी हम लोगों पर उठना बैठना जीना मुहाल हो जाएगा । जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी महोदय को देने के बाद मैं और मेरी मां अपने मामा के यहां चले गए । घर पर रामप्रसाद और उसकी बेटी मौजूद थे रात में खाना पीना खाकर रामप्रसाद घर के बाहर हो सारे में सो गए और बेटी घर के अंदर थी परिजनों का कहना है कि यह लोग रात में आए और मेरे पिताजी को उठा ले गए जिसके बाद उनके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा ही जला दिया इस बात की खबर हम लोगों को सुबह लगी ।इसी के चलते मेरे पिता की हत्या भी हो गई। उसकी पुत्री ने बताया की एक लड़की ने जब देखा तब उसने आकर बताया जब हम मौके पर पहुंचे तो वहां पर राजाराम पवन उपाध्याय अजय और विजय सभी लोग मौजूद थे जैसे ही हम पहुंचे वह लोग वहां से निकल दिए।
वहीं पर इस पूरे हत्याकांड में अमेठी जनपद के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि आज 5 सितंबर 2020 को राजेश पासी निवासी उत्तर गांव ने यह सूचना दी कि गांव के प्रधान राजाराम पासी व उनके प्रतिनिधि पवन ने उनके पिता की हत्या कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि उन लोगों ने जलाकर और की हत्या की है। इस संदर्भ में उनकी सूचना पर अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है पुलिस टीम गांव में मौजूद है । मैं स्वयं गांव में निरीक्षण करके आया हूं। इसमें अभियोग पंजीकृत कर के साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही की जा रही है।