वन्य-प्राणी सप्ताह के छठवें दिन हुई सृजनात्मक कार्यशाला, बच्चों ने सीखी चित्रकारी
भोपाल। राज्य-स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के छठवें दिन मंगलवार को 38 स्कूली बच्चों को सृजनात्मक कार्यशाला में रंगीन कागज पर विविध प्रकार के पक्षियों, तितलियों एवं फूलों की आकृतियां बनाना सिखाया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय के मूर्तिकार अरविन्द अनुपम द्वारा पेपरमेशी के माध्यम से सारस पक्षी बनाना सिखाया गया। इसके अलावा औबेदुल्लागंज वन मण्डल की बमनई समिति के विशेषज्ञो ने मुखौटा बनाना सिखाया।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में महिलाओं के लिये आयोजित पक्षी-दर्शन एवं प्रकृति शिविर (गुलाबी शिविर) में विभिन्न प्रकार के पक्षियों, जिनमें किंग फिशर, वूली नेक स्टार्क, ड्रॉगो, सिल्वर बिल मुनीया, रॉबिन, कार्मोरेंट, लेसर विसलिंग टील, इग्रेट, रेड मुनिया, ग्रीन बी ईटर, बुलबुल, ब्लैक रेड स्टार्ट, एशी प्रीनिया, जॅकाना, डब, हेरोन, रोलर आदि पक्षियों का अवलोकन कराया गया। इसके अलावा ‘जस्ट ए मिनिट” एवं ‘फैंसी ड्रेस” ऑनलाइन प्रतियोगिता की चयनित प्रविष्टियों का ऑनलाइन प्रसारण किया गया।
वन मंत्री बुधवार को बाटेंगे विजेताओं को पुरस्कार
बता दें कि वन मंत्री कुँवर विजय शाह के मुख्य आतिथ्य में राज्य-स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह-2020 का समापन बुधवार, 7 अक्टूबर को सुबह 9.30 बजे वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में होगा। वन मंत्री वन्य-प्राणी सप्ताह के अंतर्गत सम्पन्न हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रशस्ति-पत्र देंगे। इसके साथ ही वन्य-प्राणी संरक्षण में वर्ष 2019 एवं 2020 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को वन्य-प्राणी संरक्षण पुरस्कार एवं प्रशस्ति-पत्र वितरित करेंगे।