दिल्ली में 18-44 उम्र के लोगों के लिए कोवैक्सीन का स्टॉक खत्म, 125 टीका केंद्र बंद
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी (AAP MLA Atishi) ने मंगलवार को वैक्सीन बुलेटिन (Vaccine Bulletin) जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में 18 से 44 वर्ष उम्र तक के लोगों के लिए कोवैक्सीन (Covaccine) का स्टॉक खत्म हो गया है. वैक्सीन की कमी के चलते 125 से अधिक वैक्सीन केंद्रों (Vaccine Center) को मंगलवार के बाद से बंद करना पड़ेगा. दिल्ली (Delhi) में कोविशील्ड का 18 से 44 वर्ष तक के युवाओं के लिए सिर्फ तीन दिन का स्टॉक बचा है. केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्त वैक्सीन की आपूर्ति नहीं की गई तो हमारे पास टीकाकरण अभियान को रोकने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोवैक्सीन का पांच दिन और कोविशील्ड का चार दिन का स्टॉक उपलब्ध है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी तक सबसे ज्यादा 10 मई को 1,39,261 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. इसके लिए हम स्वास्थ्य विभाग, हेल्थ केयर वर्कर और स्कूल कर्मचारियों को बधाई देते हैं. दिल्ली सरकार केंद्र से अनुरोध करती है कि दिल्ली ने सबसे इस महामारी का ज्यादा कहर झेला है. इसलिए दिल्ली के लोगों के लिए कोवैक्सीन और कोवीशील्ड के स्टॉक जल्द उपलब्ध करवाया जाए. हमें सूचना मिली है कि दिल्ली को कोवीशील्ड की 2,67,690 वैक्सीन मंगलवार शाम तक केंद्र सरकार की तरफ से मिल जाएगी. दिल्ली और पूरा देश आज बहुत विकट परिस्थिति से गुजर रहा है. ऐसा कोई परिवार नहीं बचा है जो कोरोना से प्रभावित ना हो, इससे बचने का एकमात्र तरीका टीकाकरण है.
दिल्ली में दो कैटेगरी में हो रहा है वैक्सीनेशन कार्यक्रम
आप विधायक ने कहा कि दिल्ली में अभी दो श्रेणी में वैक्सीनेशन हो रहा है. पहली श्रेणी में हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगायी जा रही है. इस श्रेणी के लिए दिल्ली को अभी तक 43,20,490 वैक्सीन मिली है. दिल्ली में 11 मई की सुबह तक इसमें से 39.22 लाख वैक्सीन लगायी जा चुकी हैं और 3.98 लाख शेष वैक्सीन उपलब्ध है. इसके अलावा 18 से 45 वर्ष तक के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए दिल्ली को अभी तक कुल 5.50 लाख डोज मिली है जिसमें कोवैक्सीन की डेढ़ लाख और कोविशील्ड की चार लाख डोज शामिल हैं. इनमें से सोमवार की शाम तक 3.30 लाख वैक्सीन लगायी जा चुकी हैं और 2.19 लाख डोज मौजूद थीं.