पार्षदों ने लगाया स्मार्ट सिटी के लिए आए पैसों की हो रही बंदर बांट का आरोप
स्मार्ट सिटी के नाम पर जहां पूरे शहर में शिविर के नाम पर खुदाई चल रही है तो वही सहारनपुर की लाइफ लाइन कहां जाने वाला कोट रोड का पुल भी 3 माह के लिए बंद कर दिया गया है
जी हां आपको बता दें कि सहारनपुर शहर में इस समय गली मोहल्ले तो क्या सहारनपुर का केंद्र कहे जाने वाले घंटाघर के चारों तरफ भी सिविल लाइन डालने के चलते गड्ढे खुदे हुए हैं तो वही सहारनपुर की लाइफ लाइन कहां जाने वाला कोट रोड का पुल भी इस समय निर्माण कार्य होने के चलते बंद किया हुआ है जिसके चलते आम जनमानस को इस समय काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है ऐसा लगता है कि स्मार्ट सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए पहले से कोई रणनीति तय ही नहीं की गई थी, तो वही शहर के चारों तरफ जाम की स्थिति पैदा हो रखी है आखिर स्मार्ट सिटी के तहत इन कंपनियों की ऐसी क्या रणनीति बनाई गई थी कि शहर में ही जाम की स्थिति पैदा हो गई इसी के चलते आज बीजेपी के कई पार्षद अपने अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ नगर निगम पहुंचे उनका कहना था कि स्मार्ट सिटी का काम केवल कंप्यूटर पर ही चल रहा है और पैसों की बंदरबांट हो रही है जिसको वह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और शहर को स्मार्ट बनाने के लिए जिन कंपनियों का चयन किया गया है वह कंपनियां अपनी मनमानी कर रही है यहां तक की जो भी यह कंपनियां योजना बना रही है उसकी जानकारी न तो किसी पार्षदों को दी जा रही है।
ये भी पढें-वाराणसी में आनंदीबेन ने विद्यार्थियों के लिए कही ये बात, जाने क्या
और यहां तक की मेयर साहब को भी अंधेरे में रखा गया है ऐसे में जनता द्वारा टैक्स के रूप में दिया गया पैसा बेकार जा रहा है और योगी जी और मोदी जी की सरकार जनता के विकास के लिए पूर्णतया प्रतिबद्ध है और इस पैसे की बंदरबांट बिल्कुल करने नहीं दी जाएगी
और स्मार्ट सिटी के लिए जो पैसा आया है उसे शहर को स्मार्ट बनाने में ही इन कंपनियों को लगाना पड़ेगा वार्ड 24 से पार्षद पुनीत चौहान ने कहा कि इस बात को लेकर रोष प्रदर्शित करने हम यहां नगर निगम में आए हैं जिसके लिए हमने नगर आयुक्त को ज्ञापन तो दे दिया है लेकिन उनकी तरफ से भी हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला अगर 1 सप्ताह के अंदर धरातल पर कार्य शुरू नहीं किया जाता तो हमारे साथ व्यापारी वर्ग भी नगर निगम में आएगा और अपनी दुकानों के ताले इनको सौंपने का कार्य करेगा