निगम चुनाव: शहर में गहलोत और शेखावत की प्रतिष्ठा दांव पर
जोधपुर। शहर में नगर निगम चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। शेखावत पहले से ही निगम में भाजपा का बोर्ड बनने का दावा कर चुके है। शुक्रवार को कांग्रेस दावेदारों से मुलाकात के लिए आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत जोधपुर पहुुंचे। नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस के 160 टिकट को अंतिम रूप देने के लिए आयोजित स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शुक्रवार को दावेदार उमड़ पड़े। बैठक के केन्द्र बिन्दु मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव रहे।
जोधपुर से लोकसभा चुनाव हार चुके वैभव के समक्ष अपने समर्थकों के साथ पहुंचे दावेदारों ने शक्ति प्रदर्शन दर्शाया। भारी भीड़ के बीच कमेटी के सदस्यों ने सभी से एक बार फिर बायोडेटा लिया और संक्षेप में उनकी बात सुन आश्वासन दिया। कमेटी के सदस्य प्रत्येक वार्ड से कुछ नाम छांट कर जयपुर में मुख्यमंत्री गहलोत के समक्ष रखेंगे। इनमें से गहलोत अपनी पसंद के नाम छांट कर अंतिम मोहर लगाएंगे। इसके बाद प्रत्याशियों की सूची घोषित होगी। प्रत्येक वार्ड के दावेदारों को गहलोत स्वयं व्यक्तिगत रूप से जानते है। ऐसे में उनके लिए प्रत्याशी चयन करना मुश्किल नहीं होगा। आज कमेटी से मिलने वाले दावेदार पहले दो बार आवेदन कर चुके है। इसके बावजूद आज उन्हें आज एक बार फिर बुलाया गया।
वैभव को रखा केन्द्र में
कमेटी में एआईसीसी सचिव बीपी सिंह, जोधपुर जिला प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी, लोकसभा प्रत्याशी रहे वैभव गहलोत, पीसीसी के निवर्तमान महासचिव सत्येंद्र भारद्वाज, शहर विधायक मनीषा पंवार, निवर्तमान अध्यक्ष सईद अंसारी, जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी, प्रो. अयूब खान, पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच व रमेश बोराणा शामिल हैं। हालांकि बीपी सिंह जोधपुर नहीं पहुंचे लेकिन इन सभी ने वैभव को ही आगे रखा। वैभव ने प्रत्येक दावेदार से उसका पक्ष सुना। ऐसा माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के माध्यम से वैभव का पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद हो जाएगा। ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
मिलते रहे है दावेदारों से
लंबे अरसे से मारवाड़ की राजनीति में सक्रिय मुख्यमंत्री गहलोत इसी होटल में बरसों से विधानसभा व निगम चुनाव के दौरान दावेदारों से मिलते रहे है। हर बार भारी भीड़ उमड़ती है। आज भी ऐसा ही हुआ। बस इस बार गहलोत का स्थान उनके बेटे वैभव ने ले लिया। इस आयोजन के माध्यम से गहलोत पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद भी स्थापित कर लेते है और उन्हें चुनाव की तैयारियों में जुटने का संदेश भी देते रहे है।
हो गई अव्यवस्था
कायलाना रोड स्थित होटल में आयोजित इस बैठक में प्रत्येक दावेदार अपने दस से बीस समर्थकों के साथ पहुंचा। सभी नारेबाजी करते हुए होटल में पहुंचे। करीब एक हजार दावेदारों और बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के कारण सारी व्यवस्था धरी रह गई। कोरोना गाइड लाइन की पालना होते हुए भी कहीं नजर नहीं आई। अधिकांश लोग मास्क लगाए हुए अवश्य थे, लेकिन पहले अंदर प्रवेश करने की जद्दोजहद में सोशल डिस्टेंसिंग भुला दी गई। एक-दूसरे को धकियाते हुए लोग अंदर प्रवेश कर रहे थे। टिकट के दावेदारों को पता है कि आज यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो उन्हें टिकट मिल सकता है। ऐसे में सभी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी।