दिल्ली में खतरनाक स्तर तक पहुंचा कोरोनो, लॉकडाउन आगे बढ़ाने की उठी मांग
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली की सरकार (Delhi Government) की ओर से 22 अप्रैल को जारी आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 (Covid) से प्रभावित होने वाले मरीजों का प्रतिशत 36.24 तक पहुंच गया है. यह दिल्ली में अब तक किसी भी एक दिन में कोविड प्रभावित मामलों का सबसे ज्यादा प्रतिशत है. इसका अर्थ यह है की दिल्ली में टेस्टिंग के दौरान यह पाया जा रहा है की हर तीसरा व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हैं! इस मुद्दे की गंभीरता को भांपते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल तथा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है की दिल्ली में चल रहे वर्तमान लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए तथा हर हालत में दिल्ली में सख्ती के साथ कोविड सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए.
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने कैट द्वारा भेजे गए पत्र में कहा कि कोविड महामारी के कारण दिल्ली में उपजी वर्तमान स्थिति बेहद अराजक, भयानक और गंभीर है. इसलिए कोविड की श्रृंखला को तोड़ने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही अन्य सख्त कदम उठाया जाना भी आवश्यक है. खंडेलवाल ने ऑक्सीजन की कमी की बात भी कही है.
अस्पतालों की क्षमता खत्म
बेड उपलब्ध कराने की अस्पतालों की क्षमता खत्म हो गई है. वहीं, दवाओं, इंजेक्शनों की भी भारी कमी है. डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ पर काम का अत्याधिक बोझ है. कोविड प्रभावित लोग चिकित्सा सहायता पाने की उम्मीद में अस्पतालों के बाहर वैन, कारों या फुटपाथों पर पड़े हैं, लेकिन काफी असहाय हैं. लोग चिकित्सा सहायता के लिए जगह -जगह भटक रहे हैं. कैट के प्रदेश महामंत्री देवराज बवेजा तथा आशीश ग्रोवर ने कहा की हालाँकि यह सर्वविदित है की किसी भी प्रकार के लॉक डाउन से सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को ही होगा और दिल्ली की व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियां भी बड़े तौर पर प्रभावित होंगी, लेकिन मानवता पर मंडरा रहे इस बड़े खतरे और दिल्ली के लोगों की जान बचाने, लोगों के बीच सामजिक दूरी को सुनिश्चित करना तथा हर हालत में दिल्ली में संक्रमण की दर को काम करना व्यापार करने से ज्यादा जरूरी है.