दिल्ली के अस्पतालों में इलाज न मिलने के बाद ऋषिकेश के एम्स में कोरोना संक्रमित की हुई मौत
सलमान सुलेमानी नाम के एक शख्स की मौत कोरोनावायरस से ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में हुई है। खबर है कि सलमान सुलेमानी कि मौत से पहले उन्होंने दिल्ली में अपना इलाज कराने की कोशिश की थी लेकिन दिल्ली में उनका इलाज नहीं हो सका। जिसके बाद उन्हें ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किया गया। ऋषिकेश के एम्स में सलमान ने आखिरी सांस ली थी।
न्यूज़ चैनल न्यूज़18 से सलमान के पिता राशिद खान ने बातचीत में बताया कि सलमान को शुक्रवार से ही सांस लेने में दिक्कत हो रही थी । जिसके बाद वह सलमान को मालवीय नगर अस्पताल लेकर गए जहां उनको कहा गया कि यह बस साधारण कफ है और चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
जिसके बाद राशिद खान ने बताया कि इस सब के बाद वह उन्हें शनिवार को दिल्ली में मैक्स अस्पताल लेकर है जहां अस्पताल वालों ने शुरुआत में बताया कि वह हर दिन की जांच के 15000 लेंगे लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि हमारे पास जरूरी सुविधाएं नहीं है। इस सब के बाद सलमान के परिवार वाले सलमान को बत्तरा अस्पताल लेकर गए। जहां उन्होंने कहा कि या तो आप एम्स जाओ या सफदरजंग अस्पताल जाओ। जिसके बाद राशिद खान ने बताया कि इस सब के बाद वह सलमान को लोक नारायण अस्पताल लेकर गए । जहां अस्पताल वालों ने कहा कि वह अब किसी भी कोरोनावायरस मरीज को दाखिल नहीं कर रहे है।
इस सब के बाद सलमान को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किया गया। जहां वह कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए और उन्हें 2 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन सलमान की मृत्यु हो गई।
राशिद खान ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बात पर गर्व क्यों करते हैं कि उनके अस्पतालों में खाली बेड हैं। राशिद खान इस समय उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में क्वॉरेंटाइन किए गए। वहीं आपको बता दें की दिल्ली सरकार ने एक ऐप लॉन्च किया है जिस ऐप के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी अरविंद केजरीवाल ने यह कहा था कि दिल्ली में इस समय लगभग 6500 बेड हैं और 5 जून तक यह 9500 तक हो जाएंगे। लेकिन सलमान सुलेमानी नाम के एक शख्स की मौत कोरोनावायरस से हो जाती है और दिल्ली के अस्पतालों में उन्हें दाखिल तक नहीं किया जाता है। एक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज दिल्ली के अस्पतालों में भटकता रहा लेकिन किसी भी अस्पताल में उसकी सुध न ली और आखिर में ऋषिकेश के एम्स में मरीज की मौत हो गई।