केरल में कोरोना का चढ़ता ग्राफ, जानिए पूरे भारत के लिए कैसे बन रहा चिंता का कारण?
नई दिल्ली. भारत में कोरोना (Corona) के बढ़ते आंकड़े तीसरी लहर (Corona Third Wave) की आहट को एक बार फिर सही साबित कर रहे हैं. भारत (India) में शनिवार को कोरोना के 46,759 नए मामले दर्ज किए हैं, जो दो महीनों में सबसे अधिक है. बता दें कि ओणम के त्योहार के बाद से केरल की स्थिति तेजी से खराब हुई है. शनिवार को कोरोना के 32,801 मामले दर्ज किए गए जो देशभर में आए नए मामलों का 70 प्रतिशत के आसपास है.
केरल में कोरोना के आंकड़े हर दिन बढ़ रहे हैं. शनिवार को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 32,801 थी. जबकि गुरुवार को केरल में 30,007 नए मामले सामने आए थे जबकि बुधवार को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 31,445 थी. केरल में इस समय पूरे देश में सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है. केरल में इस समय पॉजिटिविटी रेट 19.22 प्रतिशत है, जो 26 अगस्त को 18.03 प्रतिशत थी.
केरल में क्यों बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जब लोगों को घर पर रहने के लिए कहा जाता है, तो उनसे खुद को परिवार के सदस्यों से अलग करने की उम्मीद की जाती है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. परिवार के सदस्य एक साथ ही घर के अंदर बैठते हैं, जिससे अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि केरल में अभी कुछ दिन और कोरोना मरीजों की संख्या इसी तरह से बढ़ती दिख सकती है.
केरल में सबसे अधिक प्रभावित जिले
केरल में शुक्रवार को कोविड-19 के 32,801 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर प्रदेश में 39.45 लाख हो गई जबकि 179 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 20,313 पर पहुंच गई. केरल में बीते 24 घंटे के दौरान 1,70,703 नमूनों की कोविड-19 जांच होने के साथ संक्रमण की दर बढ़कर 19.22 प्रतिशत हो गई है. कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज मलप्पुरम में हैं. मलप्पुरम में कोविड-19 के सर्वाधिक 4,032 नए मरीज सामने आए. इसके बाद त्रिशूर में 3,953, एर्णाकुलम में 3,627, कोझिकोड में 3,362 और कोल्लम में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,828 नए मामले सामने आए हैं.