मप्र में कोरोना रिकवरी रेट 80 प्रतिशत से अधिक, मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं संक्रमण रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों की राज्य-स्तरीय समीक्षा की। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर्स से जिलेवार जानकारी ली जाकर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है, लेकिन अभी भी सतत् प्रयास किये जाना जरूरी हैं। सभी कलेक्टर्स जिलों में कोरोना उपचार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जबलपुर, नरसिंहपुर, शहडोल, उमरिया, खरगौन एवं धार में विशेष एहतियात रखें। बैठक में इन जिलों में कोरोना की स्थिति की पृथक से समीक्षा हुई। उन्होंने जिलों में कोविड केयर सेंटर्स में रोगियों के दाखिल होने और स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने की अवधि की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने फीवर क्लीनिक के कार्यों पर निरंतर निगाह रखने के निर्देश कलेक्टर्स को दिए।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी लीं। उन्होंने चिकित्सालय में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन बेड की स्थिति एवं डॉक्टर्स की उपलब्धता की समीक्षा की। कलेक्टर ग्वालियर द्वारा बताया गया कि शासकीय चिकित्सालयों के अलावा प्रायवेट हॉस्पिटल बिरला, कल्याण एवं अपोलो हास्पिटल में भी कोरोना उपचार में अच्छी सेवाएँ दी जा रही हैं।
अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान ने बताया कि ग्वालियर, नरसिंहपुर, सागर, होशंगाबाद, खरगौन, दमोह, झाबुआ, शहडोल, बैतूल, छिन्दवाड़ा, सतना, धार एवं इंदौर में कोविड प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की गई है। अधिकांश स्थानों पर रिकवरी रेट बढ़ा है। कोविड के संबंध में फीवर क्लीनिक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। अभी 23 हजार टेस्टिंग की का चुकी है। बैठक में आयुक्त ग्वालियर को मेडिकल कॉलेजो में डेली रिव्यू सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।