BGT प्रेजेंटेशन में सुनील गावस्कर को न बुलाने पर विवाद, BCCI ने की क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की निंदा
BGT के प्रेजेंटेशन के दौरान सुनील गावस्कर को मंच पर न बुलाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भारत में इस घटना को पूर्व महान खिलाड़ी के प्रति एक अपमान के रूप में देखा जा रहा है।
BGT के प्रेजेंटेशन के दौरान सुनील गावस्कर को मंच पर न बुलाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भारत में इस घटना को पूर्व महान खिलाड़ी के प्रति एक अपमान के रूप में देखा जा रहा है। सुनील गावस्कर, जिनके नाम पर इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी का आधा हिस्सा रखा गया है, को अंतिम प्रेजेंटेशन समारोह में न शामिल करना भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। इस घटना पर क्रिकेट जगत से लेकर सोशल मीडिया तक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
क्या है पूरा मामला?
BGT बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आयोजन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होता है, जिसका नाम महान बल्लेबाजों—सुनील गावस्कर और एलन बॉर्डर के नाम पर रखा गया है। ट्रॉफी जीतने वाली टीम को अंतिम प्रेजेंटेशन समारोह में सम्मानित किया जाता है, जिसमें दोनों देशों के क्रिकेट से जुड़ी महत्वपूर्ण हस्तियों को शामिल किया जाता है।
इस बार, जब ट्रॉफी प्रेजेंटेशन का समय आया, तो एलन बॉर्डर वहां मौजूद थे, लेकिन सुनील गावस्कर को आमंत्रित नहीं किया गया। इससे भारतीय क्रिकेट जगत में गहरी नाराजगी फैल गई है।
BCCI ने जताई नाराजगी
इस विवाद के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की कड़ी निंदा की है।
- BCCI का बयान: उपाध्यक्ष ने कहा, “सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट के महान स्तंभों में से एक हैं। उन्हें ट्रॉफी प्रेजेंटेशन में न बुलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।”
- संबंधों पर असर: उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना से दोनों बोर्डों के संबंधों पर असर पड़ सकता है। BCCI ने इस मुद्दे को औपचारिक रूप से उठाने का भी संकेत दिया है।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया
इस घटना पर पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- सचिन तेंदुलकर: “सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ी के साथ इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। वह न केवल भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हैं, बल्कि विश्व क्रिकेट के भी आदर्श हैं।”
- हरभजन सिंह: “यह बहुत ही शर्मनाक है कि जिस खिलाड़ी के नाम पर यह ट्रॉफी है, उसे ही इस समारोह से दूर रखा गया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”
- सोशल मीडिया पर नाराजगी: ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैंस ने भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की कड़ी आलोचना की। ‘#RespectGavaskar’ और ‘#BoycottAustralia’ जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सफाई
बढ़ते विवाद के बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने भी अपना पक्ष रखा है।
- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का बयान: उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह केवल एक भूल थी और इसमें जानबूझकर कुछ नहीं किया गया। “हम सुनील गावस्कर का बेहद सम्मान करते हैं। यह एक प्रशासनिक चूक के कारण हुआ।”
हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की इस सफाई से भारतीय फैंस और क्रिकेट जगत की नाराजगी शांत होती नहीं दिख रही है।
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सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट के एक गौरवशाली अध्याय हैं और उनका सम्मान न केवल भारत में, बल्कि विश्व क्रिकेट में भी सर्वोच्च है। इस घटना ने भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट संबंधों को प्रभावित किया है। BCCI के उपाध्यक्ष द्वारा की गई निंदा और क्रिकेट जगत की तीखी प्रतिक्रिया से यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट समुदाय इस मुद्दे को हल्के में लेने के मूड में नहीं है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को अपनी गलती मानते हुए तुरंत कार्रवाई करनी होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।