“न्यूयॉर्क के इंडिया डे परेड में मुस्लिम-विरोधी बैनर पर विवाद”
यह बैनर भारतीय उपमहाद्वीप के धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के बजाय एक विशेष धार्मिक समूह के खिलाफ भावनाओं को भड़काने वाला था।
न्यूयॉर्क सिटी में हर साल आयोजित होने वाली इंडिया डे परेड इस बार एक नए विवाद के कारण चर्चा में आ गई है। परेड के आयोजनकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए एक फ्लोट को लेकर आलोचनाओं की लहर दौड़ गई है, जिसका बैनर मुस्लिम-विरोधी सामग्री से भरा हुआ था। यह बैनर भारतीय उपमहाद्वीप के धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के बजाय एक विशेष धार्मिक समूह के खिलाफ भावनाओं को भड़काने वाला था।
इस फ्लोट पर एक ऐसा संदेश लिखा गया था जो मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नकारात्मक और अपमानजनक टिप्पणियों से भरा हुआ था। इस बैनर ने न केवल समुदाय के लोगों को आहत किया, बल्कि परेड के उद्देश्य और भावना के साथ भी खिलवाड़ किया। न्यूयॉर्क में बसे भारतीय समुदाय और अन्य दर्शकों ने इस फ्लोट की तीव्र निंदा की और इसे सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाला बताया।
न्यूयॉर्क के भारतीय समुदाय के प्रमुख नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस फ्लोट को तुरंत हटाने की मांग की। उन्होंने इसे परेड की भावना के खिलाफ और न्यूयॉर्क सिटी के विविधता को नकारने वाला करार दिया। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “हमारी परेड का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और एकता का उत्सव है, न कि सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देना। इस फ्लोट ने हमारी इस भावना को ठेस पहुँचाई है।”
आयोजकों ने विवाद के बाद एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि फ्लोट पर लगे बैनर को “गलतफहमी” के कारण शामिल किया गया था और वे इसकी सामग्री को लेकर खेद व्यक्त करते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और वे सभी धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं का सम्मान करेंगे।
यह घटना न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के बीच एक नया बहस छेड़ रही है, जहां लोग विविधता और एकता के महत्व को फिर से समझने की कोशिश कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि परेड के आयोजक इस विवाद से सीख लेकर अगले वर्ष किस तरह की तैयारी करते हैं और क्या वे अपने आयोजन की वास्तविक भावना को बरकरार रख पाएंगे।