Bird Flu नियंत्रण के बारे में लगातार फैलायी जा रही जागरुकता…
नयी दिल्ली : पशु धन एवं डेयरी विभाग ने रविवार को कहा कि रुद्रप्रयाग, लैन्सडाउन फारेस्ट रेंज के कौओं और कबूतरों के नमूने तथा उत्तराखंड के पौडी फारेस्ट रेंज एवं राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के कबूतरों के नमूने और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के कौओं और मोर के नमूने बर्ड फ्लू की जांच में निगेटिव पाये गये हैं।
देश के नौ राज्यों में पॉल्ट्री उत्पाद में बर्ड फ्लू का प्रकोप पाया गया है जबकि 12 राज्यों के कोओं, प्रवासी पक्षियों और जंगली पक्षी इस संक्रामक बीमारी से ग्रस्त पाये गये हैं।
विभाग के अनुसार केरल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब के मुर्गे और मुर्गियों में इसका प्रकोप पाया गया। मध्य प्रदेश,हरियाणा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान,जम्मू-कश्मीर और पंजाब में कौओं, प्रवासी पक्षियों और जंगली पक्षियों में 23 जनवरी तक की गयी जांच में बर्ड फ्लू का प्रकोप पाया गया।
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड तथा केरल के सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में सफाई एवं विसंक्रमण का कार्य चल रहा है। एक कार्य योजना के तहत नुकसान उठाने वाले पॉल्ट्री उत्पाद से जुड़े किसानों को मुआवजा दिया गया है।
प्रिवेन्शन, कंट्रोल एंड कन्टेनमेंट ऑफ एवियन इन्फ्लूएंजा 2021 के तहत रिवाइज्ड एक्शन प्लान के आधार पर सभी राज्य बर्ड फ्लू के नियंत्रण के लिए दैनिक आधार पर अपनी रिपोर्ट विभाग को भेज रहे हैं। विभाग टि्वटर, फेस बुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म के माध्यम से बर्ड फ्लू के बारे में जागरुकता फैलाने के लगातार प्रयास कर रहा है।