भवानीपुर सीट से कांग्रेस नहीं लड़ेगी चुनाव, बीजेपी ने कही ये बात
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव (West Bengal Bypolls) को लेकर एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है. बंगाल में होने वाला उपचुनाव जहां ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का राजनीतिक भविष्य तय करेगा, वहीं बीजेपी के लिए यह ममता बनर्जी को रोकने का एक बड़ा मौका होगा. इस बीच कांग्रेस (Congress) ने साफ कर दिया है कि वह पश्चिम बंगाल की भवानीपुर (Bhabanipur) सीट से अपना कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बारे में बात करते हुए स्पष्ट किया कि आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस भवानीपुर सीट से कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी. बता दें कि भवानीपुर विधानसभा सीट से टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उम्मीदवार हैं. बीजेपी ने अभी तक इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि भवानीपुर सीट से हम ममता बनर्जी को हराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हम केवल चुनाव लड़ने के लिए मैदान में नहीं उतरेंगे, हम इस चुनाव में जीत भी दर्ज कराएंगे. दिलीप घोष ने कहा बीजेपी संसदीय समिति बहुत जल्दद उम्मीदवार का ऐलान कर देगी. उन्होंने कहा, ममता बनर्जी को एक बार शुभेंदु अधिकारी ने शिकस्त दी है अब हम किसी और प्रत्याशी के जरिए उन्हें भवानीपुर सीट से हराएंगे.
बता दें कि कांग्रेस ने पहले कहा था कि पार्टी विधानसभा उपचुनाव में भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी के सामने अपना उम्मीदवार उतारेगी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया था कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी. उस वक्त खुद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि ज्यादातर कांग्रेस नेता तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होगा
पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होगा. चुनाव आयोग का यह फैसला राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर बीजेपी नेता सुभेंदु अधिकारी से हारने के बाद वह अपनी इसी पारंपरिक सीट भवानीपुर से उपचुनाव लड़ने जा रही हैं. ममता बनर्जी फिलहाल विधानसभा की सदस्य नहीं है. ऐसे में मुख्यमंत्री बनने के छह माह के भीतर उनके लिए सदस्यता प्राप्त करना अनिवार्य है. चुनाव आयोग के लिए इन चारों सीटों पर उपचुनाव के परिणाम 3 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.