हरीश रावत की अगुवाई में चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, पार्टी ने अभी नहीं बनाया सीएम चेहरा
नई दिल्ली. उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Elections 2022) होने हैं. इससे पहले कांग्रेस (Congress) की कार्यप्रणाली पर दुख जता चुके पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) को चुनाव प्रचार का अगुवा बनाया गया है. हालांकि, पार्टी ने अभी तक किसी को भी राज्य का सीएम चेहरा घोषित नहीं किया है. खबर है कि अगर पार्टी राज्य में सत्ता में आती है, तो अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) इसपर फैसला लेंगी. शुक्रवार को उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाकात की थी.
हरीश रावत को प्रचार अभियान की कमान देने का फैसला राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेताओं की हुई बैठक के बाद लिया गया है. सभी नेताओं ने गांधी से अलग-अलग मुलाकात की और अपनी बात रखी. अंत में सभी ने AICC महासचिव प्रभारी केसी वेणुगोपाल औऱ AICC प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से भी मिले. यहां नेताओं को जानकारी दी गई है कि प्रचार समिति के प्रमुख रावत चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे और सभी को उनका सहयोग करना चाहिए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि यादव की सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात से रावत नाखुश थे. उनका मानना था यादव यहां प्रीतम सिंह के नेतृत्व वाले समूह का पक्ष ले रहे हैं. पूर्व सीएम को लगता है कि सिंह उनके खिलाफ तैयारी कर रहे हैं. साथ ही उनका मानना है कि यादव कांग्रेस के अभियान को माइक्रोमैनेज कर रहे हैं. जबकि, रावत आधिकारिक रूप से पार्टी चुनाव समिति के प्रमुख हैं.
मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान रावत संतुष्ट नजर आए. जबकि, रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि राहुल गांधी ने रावत के ट्वीट पर दुख जताया है और सभी को साथ लेकर चलने के लिए कहा है. रावत ने कहा, ‘मेरे लिए जीवन का मतलब है कदम कदम बढ़ाए जा, कांग्रेस के गीत गाए जा.’ ‘चुनावों के समुद्र’ और ‘मगरमच्छ’ को लेकर रावत ने कहा कि उनका मतलब सरकार में बैठे उन लोगों से था, जिन्होंने सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों पर नियंत्रण कर रखा है.
दिल्ली में हुई बैठक में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रमुख गणेश गोदियाल, सीएलपी नेता प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश प्रमुख किशोर उपाध्याय, यशपाल आर्य और राज्यसभा सांसद प्रदीप तामता मौजूद रहे. गोदियाल ने कहा कि चुनाव रावत के नेतृत्व में लड़े जाएंगे और वे अभियान का चेहरा होंगे. उन्होंने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि रावत के पूरा समर्थन मिलना चाहिए और उन्होंने कहा कि ‘उन्हें काम करने की आजादी दी जाएगी.’
रावत ने बताया कि सीएम पर फैसला चुनाव के बाद लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर में अगुवाई करूंगा. और उसमें सभी मेरा सहयोग करेंगे.’ रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता, शायद सीएम को राज्य का ऑब्जर्वर बनाया जाएगा. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह जिम्मा दिया जा सकता है.