मरांडी से गठबंधन को बेचैन है कांग्रेस, पर झारखंड में फंसा है पेच
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस हर हाल में जेवीएम को महागठबंधन में शामिल कराना चाहती है | इसी कवायद में आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की, और उन्हें मनाने की कोशिश की | हालांकि बाबूलाल मरांडी ने महागठबंधन से अलग अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है | दरअसल जेवीएम ने महागठबंधन से नेतृत्व के मुद्दे पर अपनी राह अलग कर ली | पार्टी को महागठबंधन की कमान हेमंत सोरेन को सौंपने पर आपत्ति है | जेवीएम का कहना है कि चुनाव के बाद इस पर फैसला होना चाहिए |
रविवार को गिरिडीह में महागठबंधन से अलग होने का ऐलान करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 81 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी | जेवीएम किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगा | उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महागठबंधन किसी कारण से बन नहीं सका | अब राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई है | पार्टी अब अकेले सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी |
मरांडी ने कहा कि उन्होंने उम्मीदवारों का चयन करने से पहले सभी विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं से चर्चा करने के लिए पांच और छह नवंबर को बैठक बुलाई है | बैठक में सभी से राय ली जाएगी | बता दें कि जेवीएम लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का हिस्सा था | लेकिन नेतृत्व के मुद्दे पर अब विधानसभा चुनाव में पार्टी ने रास्ता अलग कर लिया | झारखंड में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेंगे | चुनाव पांच चरणों में होंगे और नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे |