जम्मू कश्मीर के चुनाव एक पार्टी के फायदे के लिए हैं क्या? कांग्रेस ने किया बहिष्कार!
कांग्रेस प्रदेश प्रधान जीए मीर ने जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे ब्लाक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है। बुधवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सामने इस बात का एलान करते हुए मीर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह यह चुनाव केवल एक ही पार्टी के फायदे के लिए करवा रही है। यदि ऐसा नहीं होता तो चुनाव की घोषणा के बाद भी विपक्षी दलों के नेताओं को पाबंदियों के बीच नहीं रखा होता।
मीर ने बताया कि कश्मीर में अभी भी उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नजरबंद रखा गया है। यही नहीं उन्हें या उनके नेताओं को जम्मू से कश्मीर में जाने नहीं दिया जा रहा। यहाँ तक की उन्हें सुरक्षा तक मुहैया नहीं करवाई जा रही है। ये पाबंदियां इस ओर संकेत करती हैं कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार अपने निहित स्वार्थों की पूर्ती के लिए जल्दबाजी में चुनाव करवा रही है।
मीर ने दिया मौजूदा हालातो का हवाला
जम्मू कश्मीर में पहली बार ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव 24 अक्टूबर को हो रहे हैं। आज नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन था। कांग्रेस प्रदेश प्रधान जीए मीर ने राज्य के मौजूदा हालात का हवाला देते हुए कहा कि वे चुनावों में भाग लेना चाहते थे परंतु केंद्र सरकार ने भाजपा को छोड़ अन्य पार्टियों के नेताओं के लिए ऐसे हालात बना दिए हैं कि वे न तो अपने लोगों के बीच जा सकते हैं और न ही पार्टी के हित में प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
चुनाव भारतीय संविधान के 73वें संशोधन के अनुसार भी नहीं हो रहे हैं : मीर
मीर ने कहा कि उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही कि ऐसे हालात में आखिरकार केंद्र को बीडीसी चुनावों की इतनी जल्दबाजी क्यों थी। ये चुनाव भारतीय संविधान के 73वें संशोधन के अनुसार भी नहीं हो रहे हैं। जबकि कांग्रेस हमेशा पंचायतों को मजबूत करने के पक्षधर रही है।