कांग्रेस के इस बड़े नेता ने ये क्या कह दिया, हुड्डा की ये आखिरी पारी!

हरियाणा(Haryana) विधानसभा चुनाव के इस समय पर कांग्रेस में अंदरूनी कलह नज़र आ रही है। कांग्रेस(Congress) पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद(Ghulam Nabi Azad) ने इसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा(Bhupendra Singh Hooda) की आखिरी पारी बताई है। इसके साथ ही उन्होंने आने वाले समय को सैलजा(Sailja) और दीपेंद्र हुड्डा(Dipendra Hooda) जैसे नेताओं का दौर होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए जोर लगाओ तो सत्ता आ जाएगी।

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारी लड़ाई क्षेत्रीय दलों के बजाय भाजपा से है और कांग्रेस में हुए बदलाव से जनता में आस जागी है। आजाद ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दोनों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सानिध्य में काम किया है और वह इनके कार्यों को बखूबी जानती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आम जनता हरियाणा कांग्रेस में इस बदलाव के बाद काफी खुश है और समाज का हर वर्ग इस बार भाजपा(BJP) को उखाड़ने का मन बना चुका है। आजाद ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में चुनाव लड़ने के अलग-अलग मापदंड हैं। कांग्रेस का मकसद जहां महात्मा गांधी, सरदार पटेल और बाबा भीमराव आंबेडकर के आदर्शों पर चलकर राजनीति करना है तो वहीं बीजेपी लोगों को तोड़कर चुनाव जीतने का काम करती है। कांग्रेस बिना भेदभाव के सभी जातियों को साथ लेकर चलती है तो बीजेपी विरोधियों को जेल में डालकर और धर्म के नाम पर सरकार बनाती है।

370 के खिलाफ कांग्रेस

ग़ुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा पूरी तरह से टेलीविजन की सरकार है और यदि दिन भर बीजेपी सरकारों की खबरें न आए तो उन्हें अच्छा नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में नेताओं के पीछे ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां लगाई जाती हैं, लेकिन बीजेपी को यह नहीं पता कि हमारे बुजुर्गों ने देश के लिए कितनी कुर्बानी दी हैं। उन्होंने सत्ता में आते ही सभी को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया। वहीँ कश्मीर मुद्दे पर कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने थोड़ा अटपटा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी का अपना एक नजरिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं के समर्थन पर उन्होंने बात को घुमा दिया। सैलजा ने कहा कि विधायकों को पार्टी के स्टैंड की जानकारी नहीं थी, इसी वजह से उन्होंने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं को कांग्रेस वर्किंग कमेटी के नज़रिए पर आगे चलना चाहिए।

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