विधानसभा में क्षेत्र की समस्याओं को उठाएं और सरकार पर दबाव बनाएं, आशीष दुआ की विधायकों से अपील
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव आशीष दुआ ने गुड़गांव के विधायक सुभाष सिंगला, बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद, पटौदी से विधायक सत्य प्रकाश और सोहना से विधायक संजय सिंह को पत्र लिखकर गुड़गांव की समस्या को आने वाले हरियाणा विधानसभा के 26 अगस्त से शुरू होने वाले सत्र में प्रमुख रूप से उठाने के लिए आग्रह किया है। उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि क्षेत्र के निवासियों पर बढ़ती समस्याओं के अंबार एवं कूड़ा निस्तारण की दयनीय स्थिति के बारे में पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र द्वारा अवगत कराया जा चुका है।
इस पत्र में आशीष दुआ ने लिखा है कि गुड़गांव वासी बिजली बिल, पानी बिल,प्रॉपर्टी टैक्स और अन्य सरकारी करो की मार झेल रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने स्कूली बच्चों के फीस में 6 माह के लिए 50% छूट की वकालत की है ताकि उनके परिवार वालों पर ज्यादा दबाव ना आए। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि गुरुग्राम जिला जिसमें गुरुग्राम, बादशाहपुर, सोना एवं पटौदी क्षेत्र आते हैं एवं यह सभी आपस में मिले हुए हैं। इस पूरे जिले में रहने वाले लोगों दिन-प्रतिदिन दूभर होता जा रहा है तथा समस्याओं का अंबार बढ़ता ही जा रहा है। जनता के चुने हुए प्रतिनिधि होने के कारण गुरुग्राम के लोगों की आपसे आशा है कि 26 अगस्त 2020 से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में आप क्षेत्र की बिगड़ती परिस्थिति तथा प्रशासन द्वारा अनदेखी की जा रही मूलभूत समस्याओं को सरकार के समक्ष रखने का कष्ट करेंगे एवं जनता के प्रतिनिधि होने के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। जनता के कुछ मुख्य मुद्दे इस प्रकार हैं जिनका अत्यंत प्रभावशाली हल जल्द से जल्द एक तय समय सीमा में निकालने की आवश्यकता है जो क्षेत्र के नागरिकों के दूभर के समाधान के लिए जरूरी है ।
उन्होंने लिखा है कि वेस्ट मैनेजमेंट एक ऐसा मुद्दा है जो सीधे प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ा हुआ है एवं गुरुग्राम में इस अभियान की नाकामी सिर्फ राज्य सरकार ही नहीं लेकिन केंद्र सरकार की गुड गवर्नेंस पर गंभीर प्रश्न खड़े कर रही है। इस संदर्भ में मैंने विगत 11 अगस्त 2020 को मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। आशा है गुड़गांव में दुष्प्रभाव एवं क्वालिटी ऑफ लाइफ से जुड़े इस मुद्दे को आप दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्राथमिकता देंगे तथा सदियों की धरोहर अरावली को नष्ट होने से बचाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
पूरे ग्रुप ग्राम में जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे हैं, धस रही है। नए पुल चरमरा रहे हैं। अनियंत्रित भ्रष्टाचार रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। बारिश के बाद गुरुग्राम की भयावह स्थिति नागरिकों की बार-बार अनसुनी गुहार बहानेबाजी से आप भली-भांति परिचित हैं पर ऐसी असमर्थता की उम्मीद चुने हुए प्रतिनिधियों से नहीं होती। कोरोना महामारी के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का प्रकोप एवं उससे उत्पन्न होने वाली स्थिति गंभीर है। जिसके लिए प्रशासन को तत्काल रूप से प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
उन्होंने लिखा है कि कोरोना के बढ़ते केस एवं बिना तैयारी के लगाए गए लॉकडाउन की वजह से गुरुग्राम में बहुत सी नौकरियां प्रभावित हो गई हैं। बढ़ती बेरोजगारी के बीच अनेक कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की तनख्वाह में कटौती की है। छोटे उद्योग धंधे, रेहड़ी पटरी वाले, छोटे दुकानदार, ऑटो ड्राइवर, टैक्सी ड्राइवर,एयरलाइंस और होटल रेस्टोरेंट में काम करने वाले समाज के सभी वर्ग एवं रिटायर्ड व्यक्ति जो केवल किराए की आमदनी पर निर्भर है अर्थव्यवस्था के प्रबंधन से भयंकर प्रभावित हुए हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रही जनता के लिए ऐसी विकट परिस्थिति में सरकार का कर्तव्य है कि लॉकडाउन की शुरुआत से कम से कम 6 महीने के लिए बिजली पानी के बिल, सभी स्कूल कॉलेज के बच्चों की फीस, प्रॉपर्टी टैक्स और अन्य सरकारी करो में 50% तक छूट का प्रावधान हो।
इसके आगे उन्होंने लिखा है कि खेड़की दौला टोल टैक्स अभी भी बरकरार है पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। जो ना केवल आम व्यक्ति बल्कि किसान और उद्योग धंधों पर अनावश्यक भोज डाल रही है। आपको इन मुद्दों को सरकार के समक्ष रखकर खेड़की दौला टोल बिना देर के किए शिफ्ट करने एवं पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट को 50% तक कम करने के लिए सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। आशीष दुआ ने लिखा है कि मेरा यह मानना है और हर एक गुड़गांव आशा है कि चुने हुए माननीय विधायक जी इस कठिन परिस्थिति में अपने क्षेत्र की जनता के साथ खड़े होंगे गुड़गांव के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे और प्रधानमंत्री जी के 20 लाख करोड़ पैकेज का अधिकाधिक लाभ गुड़गांव एवं हरियाणा में रहने वाले हर प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचाने का अथक प्रयास करेंगे।