सर्कस जैसी हो गई है कांग्रेस, विश्व में नहीं देखा ऐसा अजूबा; CM शिवराज का तंज
दिल्ली में शनिवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को निशाने पर लिया और कहा कि उस दल की स्थिति किसी सर्कस की तरह हो गई है। शिवराज सिंह ने राज्य के खंडवा संसदीय उपचुनाव के मद्देनजर संसदीय क्षेत्र के अधीन आने वाले बुरहानपुर के फोफनार में चुनावी सभा को संबोधित किया। शिवराज ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक चल रही है। यह ऐसा दल है, जिसका कोई अध्यक्ष नहीं है। श्रीमती सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष हैं। एक ‘जी 23’ ग्रुप अलग है। राहुल गांधी कुछ नहीं हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री को हटाने का फैसला करते हैं। यह सब सर्कस जैसा हो गया है।
शिवराज ने आगे कहा कि विश्व में इस तरह का कोई अजूबा नहीं देखा होगा। पंजाब में मुख्यमंत्री पद से कैप्टन को हटाकर चन्नी को बैठा दिया गया। और सिद्धू तो उस तरह ही हैं कि हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे। चौहान ने कहा कि इसी तरह छत्तीसगढ़ कांग्रेस में ‘फिफ्टी-फिफ्टी’ चल रहा है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस कमलनाथ तक सिमट गयी है। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और स्टार प्रचारक सभी पदों पर श्री कमलनाथ काबिज हैं या रहे हैं। एक दूसरे नेता हैं तो वे हैं नकुलनाथ। प्रदेश कांग्रेस में अपने लोगों को ही निपटाने का कार्य चल रहा है। खंडवा संसदीय उपचुनाव में वरिष्ठ नेता अरुण यादव को टिकट नहीं दिया गया। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने ही यादव के पिता सुभाष यादव (दिवंगत) को एक समय मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया था।
मुख्यमंत्री ने राज्य की 15 माह की तत्कालीन कमलनाथ सरकार की नीतियों का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि उस समय विकास संबंधी सभी कार्य ठप हो गए थे। भाजपा की पुरानी सरकार की सभी जनकल्याण संबंधी योजनाओं को बंद कर दिया गया था। सिर्फ कमीशनबाजी का खेल चल रहा था। गरीबों के लिए संबल जैसी योजना भी बंद कर दी गई थी। 15 माह के बाद जब भाजपा की सरकार दोबारा बनी तो फिर से विकास कार्य कोरोना संकटकाल के बावजूद प्रारंभ हुए और पुरानी जनकल्याणकारी योजनाओं को फिर से प्रारंभ किया गया।
शिवराज खंडवा संसदीय क्षेत्र के अधीन आने वाले देवास और खंडवा जिलों में भी आज चुनाव प्रचार तथा सभाएं कर रहे हैं। खंडवा में दशहरे के बाद अब चुनाव प्रचार अभियान के गति पकड़ने की संभावना है। यहां पर मुख्य मुकाबला भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल और कांग्रेस के राजनारायण सिंह के बीच है। मतदान 30 अक्टूबर को और मतगणना 2 नवंबर को होगी।