पाकिस्तान ने कर लिया राहुल का इस्तेमाल, अब देनी पड़ रही है सफाई
श्रीनगर एयरपोर्ट से वापिस लौटाए जाने के बाद राहुल गांधी के बयान पर भारत-पाक की राजनीती ने तूल पकड़ ली है। जैसे ही पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के बयान को हथियार बनाकर संयुक्त राष्ट्र के सामने कश्मीर मुद्दे को उठाने की चाल चली, वैसे ही भारत के नेता इस मामले पर एकजुट हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने राहुल गाँधी के बयान पर सफाई देकर कहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है।
राहुल गाँधी ने कश्मीर से वापिस लौटाए जाने के बाद घाटी में सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल उठाये थे। उन्होंने ट्वीट किया था कि ‘जम्मू और कश्मीर के लोगों को आजादी मिलने के 20 दिन हो चुके हैं और नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगा दिया गया है। जब हमने श्रीनगर आने की कोशिश की तो विपक्ष और प्रेस के नेताओं को जम्मू-कश्मीर के लोगों पर भड़के हुए प्रशासन और जानवर बल का स्वाद मिला।’ राहुल गाँधी के इस बयान को हथियार बनाकर पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को एक खत लिखा था। पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की ओर से लिखे गए पत्र में दावा किया गया कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में लोगों की मौत का जिक्र किया था।
भारत का अटूट कश्मीर
पाकिस्तानी मंत्री शिरीन मजारी ने लिखा ‘भारत के मुख्यधारा के राजनेताओं जैसे कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने स्वीकार किया था कि जम्मू-कश्मीर में लोग मर रहे हैं। वहां (कश्मीर) बहुत गलत हो रहा है।’ शिरीन मजारी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें खट्टर ने कश्मीरी लड़कियों से शादी करने से जुड़ा बयान दिया था। पाकिस्तान के इस दावे को खारिज करते हुए कांग्रेस के नेताओ के बयान आएं हैं जिनमे वे राहुल गाँधी के बयान पर सफाई पेश कर रहे हैं। उन्होंने कश्मीर को भारत का अटूट अंग बताया है। कांग्रेस नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा है कि पाकिस्तान की ओर से राहुल गांधी के बारे में गलत सूचना दी गई है। दुनिया में किसी को संदेह नहीं है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे-हैं-और हमेशा बने रहेंगे। पाकिस्तान की शैतानी से यह सच नहीं बदलेगा। सुरजेवाला के समर्थन में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा ‘हम अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की प्रक्रिया के खिलाफ हैं। इससे हमारे संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हुआ है। पाकिस्तान को हमारे इस रुख से कोई फायदा उठाने की जरूरत नहीं है।’
आतंकवाद का प्रमुख समर्थक पाकिस्तान
इनसे पहले खुद राहुल गाँधी ने ट्वीट कर कश्मीर मुद्दे पर सरकार से सहमति जताई। वायनाड में बाढ़ में फंसे लोगों की खबर लेने पहुंचे सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं कई मसलों पर सरकार से असहमत हूं लेकिन यह साफ कर देना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। और इसमें पाकिस्तान या फिर किसी अन्य देश को हस्तक्षेप करने नहीं दिया जाएगा।’ उन्होंने पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए आगे कहा कि ”जम्मू-कश्मीर में हिंसा है और यह पाकिस्तान द्वारा भड़काने और समर्थन देने की वजह से है। पाकिस्तान आतंकवाद के समर्थक के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है।” इससे उन्होंने कश्मीर में होने वाली हिंसा के लिए साफ़ शब्दों में पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहरा दिया है।