कांग्रेस और बीजेपी का ‘निंदनीय’ वाकयुद्ध
बीते शनिवार, स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रियंका गांधी पूर्व आईपीएस अधिकारी के परिवार से मिलने के लिए निकलीं थी। इस दौरान लखनऊ पुलिस ने उन्हें और उनके काफिले को रोक लिया, जिसके बाद प्रियंका गांधी ने यूपी पुलिस पर बदसुलूकी का आरोप लगाया है । उनके इस बयान के बाद जहां कांग्रेस इस घटना के बहाने सरकार पर हमलावर हो रही है, वहीं बीजेपी इसे मात्र नौटंकी बता रही है ।
दुर्भाग्य इस बात का है जब से आंदोलन शुरू हुआ,योगीजी को चाहिए था वे शांति बनाए रखने की अपील करते। बुलाकर वार्ता करते उसके बजाय शुरू से ही रवैया रहा कि आंदोलनकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी,संपत्ति जब्त की जाएगी,बदला लिया जाएगा। बदला लेने वाली बात मैंने जीवन में पहली बार सुनी है
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 28, 2019
प्रियंका गांधी के बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मामले की जांच की मांग की है । वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे निंदनीय और अलोकतांत्रिक बताया । वहीं, बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रियंका गांधी के आरोप को नौटंकी बताया । उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “प्रियंका गांधी झूठ बोल रही हैं, उनका बर्ताव निंदनीय है । ऐसे अस्थायी पब्लिसिटी मिल सकती है, वोट नहीं ।” इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि उनका पूरा परिवार झूठ पर ही पनपता है । ‘प्रियंका की नौटंकी की निंदा होनी चाहिए ।’
#PriyankaVadralies the family thrives on lies only, theory of spit and run will give you temporary publicity but not votes. Nautanki of #PriyankaVadra should b condemned
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) December 28, 2019
इसके अलावा योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “शांत प्रदेश कांग्रेस को पच नहीं रहा है । शुक्रवार शान्ति से गुजरा तो अगले ही दिन पुलिस को घेरने और उपद्रवियों का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता यूपी में सक्रिय हो गए । प्रदेश को फिर से जलाने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा ।” इसके आगे उन्होंने लिखा कि “कानून तोड़ना, दंगाइयों से मिलना और फिर झूठ की राजनीति करना यही कांग्रेस का चरित्र है । बहकावे में न आएं, प्रदेश में शांति कायम रखने में सरकार का सहयोग करें ।”
शांत प्रदेश @INCIndia को पच नहीं रहा है। शुक्रवार शान्ति से गुजरा तो अगले ही दिन पुलिस को घेरने और उपद्रवियों का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता यूपी में सक्रिय हो गए। प्रदेश को फिर से जलाने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा। @BJP4India @BJP4UP
— Shrikant Sharma (@ptshrikant) December 28, 2019
कानून तोड़ना, दंगाइयों से मिलना और फिर झूठ की राजनीति करना यही @INCIndia का चरित्र है। बहकावे में न आएं, प्रदेश में शांति कायम रखने में सरकार का सहयोग करें।@BJP4India @BJP4UP
— Shrikant Sharma (@ptshrikant) December 28, 2019
गौरतलब है कि शनिवार को स्थापना दिवस के बाद प्रियंका गांधी यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थी । बता दें कि 19 दिसंबर को लखनऊ में हुए प्रदर्शन के दौरान दारापुरी को गिरफ्तार किया गया था । उनके सोशल मीडिया(फेसबुक) पोस्ट को आधार बनाकर दारापुरी पर लखनऊ में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है ।