पहले संजय निरुपम फिर अशोक तंवर, कांग्रेस में छिड़ गई है जमकर महाभारत
हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के चलते कांग्रेस में अंतरकलह बढ़ता जा रहा है। जहां हरियाणा में अशोक तंवर ने पार्टी की मुश्किले बढ़ा रखी हैं, वहीँ महाराष्ट्र में संजय निरुपम ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। संजय निरुपम की नाराजगी भी अपनी पसंद के उम्मीदवारों को टिकट ना दिए जाने पर ही है। कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करने के ऐलान के बाद शुक्रवार को संजय निरुपम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस आलाकमान पर जमकर हमला बोला।
संजय निरुपम ने प्रेस वार्ता के दौरान पार्टी की आलाकमान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठे लोगों में समझ की कमी है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ जुड़े कुछ लोगों पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से जुड़े लोगों को पार्टी में अलग-थलग किया जा रहा है। ऐसा ही चलता रहा तो वह लंबे समय तक कांग्रेस में नहीं रह पाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब फीडबैक सिस्टम खत्म हो गया है।
निरुपम के बगावती तेवर कांग्रेस के लिए मुश्किलें
गौरतलब है कि पहले ही नेताओं के पलायन से जूझ रही कांग्रेस के लिए निरुपम के बगावती तेवर मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। क्योंकि हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा कांग्रेस के कई नेता पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी और दूसरी पार्टियों में शामिल हुए हैं। बता दें कि पिछले माह अभिनेत्री से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर और उ.भारतीय कृपाशंकर सिंह ने भी नाराजगी के चलते कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा एनसीपी-कांग्रेस के कई नेता अपनी-अपनी पार्टी छोड़ भाजपा-शिवसेना में शामिल हो चुके हैं।
बीजेपी भी अछूती नहीं
वहीँ महाराष्ट्र में टिकट काटने की वजह से बीजेपी में भी बगावत के आसार हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की। इस लिस्ट में महाराष्ट्र के कद्दावर नेता विनोद तावड़े, प्रकाश मोहता, राज पुरोहित और एकनाथ खड़से का टिकट कट गया। हालाँकि खड़से की जगह मुक्ताईनगर से उनकी बेटी रोहिणी खड़से को टिकट मिला है। उल्लेखनीय है कि बीजेपी कि पहली सूची में नाम नहीं आने के बावजूद उन्होंने मुक्ताईनगर से अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। ऐसे में खडसे भी बीजेपी से बागी हो सकते हैं।