कांग्रेस का मौनव्रत कभी फोन ने तोड़ा, कभी VIP ने
सिद्धू वादा करके भी नहीं पहुंचे लखीमपुर हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन में, हंसी-मजाक करते दिखे नेता
मौन व्रत धरने में मौजूद विधायक सुनील दत्ती पीछे बैठे व्यक्ति से बात करते हुए।
यूपी के लखीमपुर में हुई हिंसा के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को देशभर में ‘मौन व्रत’ रखा। अमृतसर में कांग्रेस नेताओं ने रेलवे स्टेशन के सामने मौन व्रत रखा मगर इसमें नवजोत सिंह सिद्धू नहीं पहुंचे। वैष्णो देवी माथा टेकने पहुंचे सिद्धू का चॉपर जम्मू से उड़ान ही नहीं भर पाया। उधर कांग्रेसियों के लिए 2 घंटे पंडाल में मौन बैठना मुश्किल हो गया। कभी किसी को फोन ने तंग किया तो कभी आपस की चर्चा ने।
मौन व्रत में जिला प्रधान जतिंदर सोनिया अपने समर्थकों को कुछ कहते हुए।
कांग्रेस ने इस मौन व्रत के जरिए गांधीगीरी करनी चाही। दोपहर 12 बजे के बाद सभी नेता रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। 1 बजे तक आधा पंडाल भर गया। सभी मुंह पर पटि्टयां बांध बैठ गए। इस दौरान अमृतसर की जिला शहरी प्रधान सोनिया गांधी ने कई बार अपने समर्थकों बुलाया और कान में कुछ कहकर वापस भेज दिया। डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी के भतीजे विकास सोनी पहुंचे तो सभी का मौन व्रत टूट गया। इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन, कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जोगिंदर पाल ढींगरा और दूसरे नेता एक-दूसरे से बातें करते रहे।
विकास सोनी के पहुंचते ही उनके बातचीत करते इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन और पंजाब कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी जोगिंदर पाल ढींगरा।
सिद्धू के न पहुंचने का संदेश भी आ गया
कांग्रेस के सभी नेता पंडाल में बैठे सिद्धू का इंतजार कर रहे थे कि 2.15 बजे संदेश आ गया कि सिद्धू नहीं पहुंच पाएंगे। इसके बाद पंडाल खाली होने लगा। चंद मिनटों में पंडाल 75% खाली हो गया। मौन व्रत पर बैठे कांग्रेसियों को धूप ने भी बड़ा परेशान किया। दिन ढलने के साथ धूप जैसे-जैसे पंडाल के अंदर आती गई, कांग्रेसी पीछे की ओर खिसकते रहे।

सीनियर कांग्रेसी नेता कृष्ण कुमार कुक्कू फोन पर बात करते हुए।
डैनी बंडाला ने पूरा किया मौन व्रत
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट सुखविंदर सिंह डैनी बंडाला ने शुरु से अंत तक अपना मौन व्रत पूरा किया। विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया और मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू लेट पहुंचे, लेकिन जितनी देर पंडाल में रहे, शांत रहे। अंत में राष्ट्रीय गान के साथ धरने को समाप्त कर दिया गया।
पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा, अश्वनी पप्पू और सोनू दत्ता आपस में बात करते रहे।
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