कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन का आज आख़िरी दिन, जानिए किन – किन नेताओं के नामों पर हो रही है चर्चा!
शोक गहलोत, जिनको लेकर शुरू से कयास लगाए जा रहे थे कि वो गांधी परिवार के लिए एकदम फिट उम्मीदवार साबित हो सकते हैं – अब अध्यक्ष पद की रेस
कांग्रेस के भीतर अध्यक्ष पद को लेकर मचा बवाल शुक्रवार को समाप्त हो सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज, 30 सितंबर को नामांकन भरने की आखिरी तारीख है और इस बीच चार नेता हैं, जो इस रेस का हिस्सा बन सकते हैं. इनमें पहले स्थान पर जी-23 गुट के शशि थरूर हैं जबकि पार्टी के वफादार दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़ेग और कुमारी शैलजा भी रेस में हैं – जो आज अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं. वहीं पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने नामांकन भरने से इनकार कर दिया है.
शोक गहलोत, जिनको लेकर शुरू से कयास लगाए जा रहे थे कि वो गांधी परिवार के लिए एकदम फिट उम्मीदवार साबित हो सकते हैं – अब अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हैं. गहलोत की जगह पार्टी के दलित नेता मुकुल वासनिक की चर्चा है, लेकिन वो नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं, इसपर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है. ऐसे में पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. गहलोत ने गुरुवार को अध्यक्ष पद की रेस से खुदको बाहर करते हुए हाई कमान से माफी भी मांगी है.
गहलोत ने तोड़ा गांधी परिवार का विश्वास
असल में गहलोत राजस्थान नहीं छोड़ना चाहते थे, और अगर वो अध्यक्ष बनते तो सीएम भी बने रहना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने हाई कमान के पास शर्त भी रखी थी और कथित रूप से सचिन पायलट को सीएम बनने से रोकने के लिए उन्होंने हर संभव कोशिश की और कहा जा रहा है कि अंत में उन्होंने हाई कमान के विश्वास को तोड़ दिया. हालांकि इस बीच अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है. उनकी कुर्सी को लेकर कई सस्पेंस हैं, जिसपर पार्टी की तरफ से बताया गया है कि अगले कुछ दिनों में फैसला लिया जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में ये नेता
अशोक गहलोत के फैसले को डगमगाता देख, पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी मैदान में कूद पड़े और उन्होंने भी अपनी दावेदारी ठोक दी. माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह आज अपना नामांकन भर सकते हैं. हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि दिग्विजय को पार्टी हाई कमान का समर्थन हासिल है या नहीं. दिग्विजय सिंह ने कहा था कि उन्होंने इस बारे में गांधी परिवार के सदस्यों से कोई चर्चा नहीं की है. दिग्विजय सिंह राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा थे, जो अध्यक्ष बनने के लिए कथित रूप से पदयात्रा से वापस लौट आए हैं.