राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज, सुप्रीम कोर्ट तक भी जा सकता है मामला !
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के साथ हुए बर्ताव के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है। इस शिकायत में जामिया छात्रों के खिलाफ की गई पुलिस की कार्रवाई का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही सोमवार सुबह एक बार फिर जामिया में छात्रों का प्रदर्शन शुरू हो गया है। वहीँ मुंबई में भी CAA के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है।
सोमवार सुबह मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस में भी छात्रों ने CAA के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीँ पुड्डुचेरी यूनिवर्सिटी में छात्रों ने क्लास बायकॉट करने का ऐलान किया है। ये बहिष्कार दिल्ली में जामिया के छात्रों के साथ हुए बर्ताव के खिलाफ किया जा रहा है। वहीँ, जामिया कैंपस में भी सोमवार सुबह से एक बार फिर प्रदर्शन शुरू हो गया है। कड़ाके की ठण्ड में भी छात्र शर्ट उतार कर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि इस बीच कुछ बच्चे सामान के साथ कैंपस छोड़ बाहर जाते दिखे। माना जा रहा है कि शीतकालीन अवकाश शुरू होने के चलते बच्चे वापिस घर जा रहे हैं।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन का देशभर में विरोध हो रहा है। रविवार को दिल्ली, पश्चिम बंगाल, पटना, बैंगलोर, गुवाहटी, उत्तराखंड और अलीगढ़ में CAA के खिलाफ प्रदर्शन चलता रहा। रविवार को लगातार तीसरे दिन ज़ोरदार प्रदर्शन को देखते हुए पश्चिम बंगाल के छह जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। वहीँ, दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी के साथ ही अलीगढ़ के एएमयू में भी प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में यहाँ भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं।
इसके साथ ही रविवार रात अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी पहुंचकर उत्तर प्रदेश के DIG समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने दर्जन भर लोगों(असामाजिक तत्वों) को गिरफ्तार किया। इसके बाद अलीगढ़, सहारनपुर और मेरठ में एहतियातन इंटरनेट सेवाए बंद कर दी गई है। वहीँ, मामले की संगीनता को देखते हुए यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही सोमवार को अलीगढ़ के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। मामले को लेकर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (लॉ एंड ऑर्डर) प्रवीण कुमार का कहना है कि पूरे राज्य में पूरी तरह से शांति है।