Commonwealth Games 2022:अंशु मलिक को विरासत में मिली है पहलवानी, पिता और चाचा लहरा चुके हैं परचम
Commonwealth Games 2022:अंशु मलिक को विरासत में मिली है पहलवानी, पिता और चाचा लहरा चुके हैं परचम
Commonwealth Games 2022:अंशु मलिक को विरासत में मिली है पहलवानी, पिता और चाचा लहरा चुके हैं परचम
देश की 21 वर्षीय महिला पहलवान अंशु मलिक (Anshu Malik) कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में रजत पदक हासिल करने में कामयाब रहीं. पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहीं मलिक के पास गोल्ड हासिल करने का सुनहरा मौका था, लेकिन फाइनल मुकाबले में उन्हें नाइजीरियाई महिला पहलवान के सामने शिकस्त का सामना करना पड़ा. नाइजीरियाई महिला पहलवान ओदुनायो फोलासादे अदेकुओरोए ने फाइनल मुकाबले में मलिक को 7-3 से शिकस्त दी.
फाइनल मुकाबले में मिली हार के बावजूद वह देश के लिए रजत पदक हासिल करने में कामयाब रहीं. बर्मिंघम में पदक हासिल करते ही उनके आंखों से आंसू निकल पड़े और वह कुछ देर तक मैट पर बैठी ही रह गईं. देशी की बेटी को मैट पर रोते देख देशवासियों की भी आंखें कुछ देर के लिए नम हों गईं थी.
बता दें नाइजीरियाई महिला पहलवान ने 2014 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. वहीं मौजूदा सीजन के फाइनल मुकाबले में उन्होंने मलिक को शिकस्त देते हुए गोल्ड पर फिर से कब्जा जमाया है.
इससे पहले मलिक क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की आइरीन सीमेओंडिस और सेमीफाइनल में श्रीलंका की नेथमी पोरूथोतागे को शिकस्त देते हुए फाइनल तक पहुंची थीं. मलिक ने इन दोनों ही मुकाबलों को तकनीकी दक्षता के आधार पर 64 सेकेंड में जीता था.
अंशु मलिक को पहलवानी विरासत में हासिल हुई है. दरअसल उनके पिता धर्मवीर मलिक भी अंतरराष्ट्रीय पहलवान रह चुके हैं. वहीं उनके चाचा पवन मलिक ने तो दक्षिण एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. इसके अलावा भाई शुभम भी पहलवानी में सक्रिय हैं. ऐसे में वह बचपन से ही अपने पिता, चाचा और भाई को देखते हुए व उनके नक्शेकदम पर चलते हुए बड़ी हुई हैं.अंशु मलिक ने महज 13 वर्ष की आयु में ही पहलवानी करनी शुरू कर दी थी. मलिक को पहलवानी के शुरूआती गुर जगदीश श्योराण से हासिल हुई. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए लखनऊ में संपूर्ण तैयारी की. 21 वर्षीय मलिक इससे पहले भी कई मेडल अपने नाम कर चुकी हैं.