Coaching Shipyard को Adani पोर्ट्स से टग बोट का आदेश, सौदे का मूल्य ₹450 करोड़ के करीब
Adani पोर्ट्स एंड SEZ (स्पेशल इकोनॉमिक जोन) से एक महत्वपूर्ण आदेश हासिल किया है। इस आदेश के तहत, अडानी पोर्ट्स की सहायक कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड ने कोचिन शिपयार्ड से आठ टग बोट्स का निर्माण करने का आदेश दिया है।
कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL), जो भारतीय शिपबिल्डिंग उद्योग का एक प्रमुख खिलाड़ी है, ने Adani पोर्ट्स एंड SEZ (स्पेशल इकोनॉमिक जोन) से एक महत्वपूर्ण आदेश हासिल किया है। इस आदेश के तहत, अडानी पोर्ट्स की सहायक कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड ने कोचिन शिपयार्ड से आठ टग बोट्स का निर्माण करने का आदेश दिया है। इस सौदे का अनुमानित मूल्य ₹450 करोड़ है, जो कोचिन शिपयार्ड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और भारतीय शिपबिल्डिंग उद्योग में इसकी स्थिति को और मजबूत करता है।
आदेश का विवरण
यह सौदा 27 दिसंबर, 2024 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में फाइलिंग के रूप में सामने आया। यह सौदा ₹200 करोड़ से ₹500 करोड़ के बीच के “महत्वपूर्ण” श्रेणी के तहत आता है। इस समझौते के तहत, कोचिन शिपयार्ड को ओशन स्पार्कल लिमिटेड के लिए आठ उच्च-प्रदर्शन वाली टग बोट्स तैयार करनी हैं, जो अडानी पोर्ट्स के पोर्ट संचालन को बढ़ावा देंगे और इसके कामकाजी क्षमता को बेहतर बनाएंगे।
टग बोट्स का महत्व और भूमिका
टग बोट्स पोर्ट ऑपरेशंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, खासकर बड़े जहाजों को डॉक करने और उन्हें सुरक्षित रूप से बंदरगाह से बाहर निकालने में। ये बोट्स बंदरगाहों और बंदरगाहों के आसपास जहाजों की सटीकता से मूवमेंट करने में मदद करती हैं। अडानी पोर्ट्स द्वारा टग बोट्स का आदेश इस बात का संकेत है कि भारतीय समुद्री बुनियादी ढांचे में उच्च गुणवत्ता वाली जहाज सेवाओं की बढ़ती मांग है। इन टग बोट्स के निर्माण से भारतीय बंदरगाहों के संचालन में सुधार होगा और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
Adani पोर्ट्स की रणनीतिक योजना
Adani पोर्ट्स एंड SEZ, जो भारत के सबसे बड़े निजी पोर्ट डेवलपर्स में से एक है, अपने पोर्ट ऑपरेशंस को बेहतर बनाने और समुद्री सेवाओं को बढ़ाने के लिए लगातार अपने बेड़े को बढ़ा रहा है। यह टग बोट्स का आदेश अडानी पोर्ट्स की रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह अपने विभिन्न बंदरगाहों पर बेहतर लॉजिस्टिक्स और संचालन सुनिश्चित करना चाहता है। ओशन स्पार्कल लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स की सहायक कंपनी, भारत में समुद्री सेवाओं का एक प्रमुख प्रदाता है, और ये टग बोट्स उनके संचालन को और अधिक कुशल बनाएंगी।
कोचिन शिपयार्ड का विकास
कोचिन शिपयार्ड, जो 1972 में स्थापित हुआ था, भारतीय शिपबिल्डिंग और मरम्मत उद्योग में एक अग्रणी नाम है। कंपनी ने भारतीय नौसेना और वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए कई परियोजनाएं पूरी की हैं। अडानी पोर्ट्स से मिली यह नई टग बोट्स का आदेश, कोचिन शिपयार्ड की बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है और इस क्षेत्र में इसके सामर्थ्य को और मजबूत करता है। कंपनी की क्षमता और अनुभव ने इसे भारतीय समुद्री उद्योग में एक विश्वसनीय नाम बना दिया है।
भारतीय समुद्री उद्योग पर प्रभाव
यह महत्वपूर्ण आदेश भारतीय समुद्री उद्योग के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, खासकर शिपबिल्डिंग और पोर्ट सेवाओं के क्षेत्र में। कोचिन शिपयार्ड और अडानी पोर्ट्स के बीच यह साझेदारी यह दिखाती है कि भारत के निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के बीच सहयोग भारतीय समुद्री बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह परियोजना रोजगार सृजन में मदद करेगी और भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र विकास में योगदान करेगी।
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कोचिन शिपयार्ड और अडानी पोर्ट्स के बीच ₹450 करोड़ का यह सौदा भारतीय शिपबिल्डिंग उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आठ टग बोट्स की आपूर्ति से न केवल कोचिन शिपयार्ड की स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह भारतीय समुद्री सेवाओं को भी बेहतर बनाएगा। यह साझेदारी भारत के समुद्री क्षेत्र की संभावनाओं को उजागर करती है और यह दिखाती है कि भारतीय शिपबिल्डिंग क्षेत्र में अधिक विकास और सुधार की आवश्यकता है।