भारतीय पहलवान दीपक पुनिया के कोच को निकाला गया खेल गांव से बाहर, किया था ये शर्मिंदा करने वाला काम
दीपक पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदरोव को बर्खास्त कर दिया। भारतीय पहलवान के कांस्य पदक के प्लेआफ मैच में सैन मारिनो के माइल्स नजीम अमीन से हार का सामना करना पड़ा था। इस मुकबले के बाद गैदरोव रेफरी के कमरे में गए और उनके साथ मारपीट की।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने दीपक पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदरोव को बर्खास्त कर दिया। भारतीय पहलवान के कांस्य पदक के प्लेआफ मैच में यह रेफरी मौजूद था। उस मैच में दीपक को सैन मारिनो के माइल्स नजीम अमीन से हार का सामना करना पड़ा था। इस मुकबले के बाद गैदरोव रेफरी के कमरे में गए और उनके साथ मारपीट की।
खेल की विश्व संचालन संस्था यूनाइटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने डब्ल्यूएफआइ को अनुशासनात्मक सुनवाई के लिए बुलाया, जिसमें राष्ट्रीय महासंघ के सामने शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई क्योंकि उस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा था।
डब्ल्यूएफआइ के महासचिव विनोद तोमर ने कहा, ‘हमने कहा कि भारतीय कोच बहुत अच्छे स्वभाव के होते हैं। हमने उन्हें आश्वस्त किया कि गैदरोव को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाएगा। हम प्रतिबंध से बाल-बाल बचे हैं। गैदरोव को भारत वापस भेजा दिया गया है ताकि वह अपना सभी सामान ले सकें। इसके बाद वह अपने देश बेलारूस रवाना हो जाएंगे।’
अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आइओसी) ने मामले की सुनवाई के बाद गैदरोव का एक्रीडेशन रद कर दिया।डब्ल्यूएफआइ ने गैदरोव (42 वर्ष) को पिछले कुछ समय से 2018 जूनियर विश्व चैंपियन दीपक को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) के महासचिव राजीव मेहता ने ट्विटर पर लिखा कि भारतीय कुश्ती टीम के विदेशी सहायक कोच गैदरोव को तुरंत ओलिंपिक खेल गांव से बाहर कर दिया गया और उन्हें भारत के लिए पहली उड़ान से वापस बुला लिया गया है। गैदरोव बेलारूस की तरफ से 2008 बीजिंग ओलिंपिक में रजत पदक जीत चुके हैं। उन्हें 2004 ओलिंपिक खेलों में अयोग्य करार कर दिया गया था जब उन्होंने क्वार्ट रफाइनल गंवाने के बाद एरीना के बाहर अपने विरोधी से हाथापाई की थी।